श्रीनगर: राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार रविवार को समर्थन मांगने जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुंचीं. मीरा कुमार ने कहा कि भारत जिस विचारधारा और सिद्धांतों में आस्था रखता है, वह इस समय खतरे में है. उन्होंने यहां भी देश के सर्वोच्च पद के लिए 'अंतरात्मा की आवाज' पर वोट देने की अपील की.


पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मीरा ने नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहता है कि राष्ट्रपति चुनाव सिद्धांतों की लड़ाई के रूप में लड़ा जाए.


सांसदों, विधायकों से अंतरात्मा के आधार पर मतदान करने को कहा: मीरा कुमार


मीरा कुमार ने दावा किया कि जिस विचारधारा और सिद्धांतों में भारतीय यकीन करते हैं और जिसकी वजह से देश एकजुट है वे आज खतरे में हैं. मीरा ने कहा कि ऐतिहासिक फैसला लिए जाते समय अंतरात्मा की आवाज सुनी जानी चाहिए. उन्होंने कहा, "इसलिए, मैंने उन सभी से अपील की है कि वे अंतरात्मा की आवाज सुनें और मुझे समर्थन दें."


मीरा ने कहा, "बात उन सिद्धांतों की है जो मेरे और इस देश के ज्यादातर लोगों के दिल के करीब है. भारत एकता के सूत्र में इसलिए बंधा है, क्योंकि हम इन सिद्धांतों में विश्वास करते हैं." उन्होंने कहा कि देश में कई तरह के धर्म हैं, कई संस्कृतियां, विचारधाराएं और भाषाएं हैं, फिर भी देश एकजुट है तो सिर्फ इसलिए कि ये सिद्धांत बचे हुए हैं.


राष्ट्रपति चुनाव के ऐतिहासिक मौके पर लें ऐसा फैसला: मीरा कुमार


मीरा ने कहा कि इन सिद्धांतों पर खतरा आन पड़ा है और जरूरत इस बात की है कि विचारधाराओं को परखा जाए. विपक्षी उम्मीदवार ने कहा कि उन्होंने सिद्धांतों में आस्था रखने वाले सभी सांसदों और विधायकों को पत्र लिखा है, चाहे वे किसी भी राज्य या पार्टी के हों, और उनसे कहा है कि वे 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के ऐतिहासिक मौके पर ऐसा फैसला लें, जिससे सही मायने में, नई सोच के साथ देश आगे बढ़े और नए भारत का निर्माण हो.


राष्ट्रपति चुनाव में धर्मनिरपेक्ष पार्टियों की उम्मीदवार मीरा कुमार का मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद से है. मीरा की पार्टी उस विचारधारा को देश के लिए खतरनाक मानती है, जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के लिए जिम्मेदार है. उनके प्रतिद्वंद्वी कोविंद हाल ही में स्पष्ट कर चुके हैं कि वह इस्लाम और ईसाई धर्म को बाहरी देश के धर्म मानते हैं.


राम नाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ में BJP सांसदों-विधायकों से की मुलाकात, मांगा समर्थन


एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार राम नाथ कोविंद ने रविवार को छत्तीसगढ़ के बीजेपी सांसदों और विधायकों से मुलाकात की और अपनी उम्मीदवारी का समर्थन करने की उनसे अपील की.


वित्त मंत्री अरूण जेटली की मौजूदगी में मुख्यमंत्री रमन सिंह के आधिकारिक आवास में यह बैठक हुई. जेटली ने कहा, ''कोविंद जी, मैंने और मुख्यमंत्री ने (बीजेपी) सांसदों और विधायकों के साथ एक बैठक की. हमें आशा है कि कोविंद जी को छत्तीसगढ़ से अच्छी खासी संख्या में वोट मिलेगा.''


बंद कमरे में हुई यह बैठक करीब एक घंटे तक चली. पार्टी के प्रदेश प्रमुख धरमलाल कौशिक सहित बीजेपी पदाधिकारी भी मौजूद थे. इससे पहले कोविंद का स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर शानदार स्वागत किया गया. आपको बता दें कि 90 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बीजेपी के 49 विधायक हैं. राज्य में 11 सांसदों में सत्तारूढ़ पार्टी के 10 सांसद हैं.