नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के चार सिनियर जजों की प्रेस कॉन्फ्रेस पर अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने अपना बयान दिया है. उन्होंने कहा कि चार जजों को प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि अब न्यायाधीशों को पूरे सद्भाव के साथ काम करना होगा.


इन जजों की प्रेस कांफ्रेंस के बाद चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा से मुलाकात करने वाले वेणुगोपाल ने उम्मीद जताई की कि चीफ जस्टिस सहित सारे न्यायाधीश अब इस अवसर को देखते हुये मतभेद पैदा करने वाले कारकों को पूरी तरह खत्म करेंगे. अटॉर्नी जनरल ने कहा कि आज जो कुछ भी हुआ उसे टाला जा सकता था. जजों को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि मतभेदों को पूरी तरह खत्म किया जाये और भविष्य में पूरा सद्भाव और परस्पर समझ बने.


अटॉर्नी जनरल ने कहा कि बार में हम सभी यही चाहते हैं. मैं आश्वस्त हूं कि चीफ जस्टिस सहित सभी जज मौके की नजाकत समझेंगे. लेकिन उन्होंने चीफ जस्टिस और दूसरों के हुये विचार विमर्श का विवरण देने से इंकार कर दिया. सूत्रों ने बताया कि इन चार वरिष्ठ जजों के अलावा दूसरे जजों ने भी अवकाश के दौरान बैठक की और इस अप्रत्याशित घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त की. चीफ जस्टिस और उनके कार्यालय से संपर्क करके इस घटनाक्रम पर उनकी टिप्पणी प्राप्त करने के सारे प्रयास विफल रहे.