फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ एक्शन में सरकार, फर्जी खबरें फैला रहे आठ यूट्यूब चैनल को किया बंद
देश में बढ़ते डिजटलीकरण के चलते इससे होने वाली चुनौतियां भी तेजी के साथ बढ़ रही हैं. देश में फेक न्यूज एक समस्या है और इससे निपटने के लिए सरकार हर संभव कदम भी उठा रही है.
Fake News Busting: केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने मंगलवार (8 अगस्त 2023) को बताया कि उसने गलत और भ्रामक जानकारी फैलाने वाले 8 यूट्यूब चैनल्स के खिलाफ एक्शन लेते हुए उनको बंद कर दिया है. मंत्रालय के मुताबिक यह चैनल बिना किसी तथ्य के समय से पहले लोकसभा चुनाव की घोषणा करने और इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से संबंधित फेक खबरें फैलाने का काम कर रहे थे.
मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि उसने सच देखो, कैप्टिल टीवी, केवीएस न्यूज, सरकारी ब्लॉग, अर्न टेक इंडिया, एसपीएन9 न्यूज, एजुकेशनल दोस्त और वर्ल्ड बेस्ट न्यूज पर मौजूद वीडियो को पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने फर्जी खबरें फैलाने के लिए फैक्टचेक किया.
फेक न्यूज फैलाने वालों के कितने सब्सक्राइबर थे?
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के मुताबिक वर्ल्ड बेस्ट न्यूज यूट्यूब चैनल के 17 लाख सब्सक्राइबर थे तो वहीं फेक न्यूज चलाने वाले इस वीडियो को 18 करोड़ बार देखा गया. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने इस वीडियो के फैक्ट को चेक तो पाया कि यह चैनल भारतीय थलसेना के बारे में गलत सूचना फैला रहा था.
राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री के बारे में फैला रहे थे फेक न्यूज
एक अन्य चैनल के बारे में जानकारी देते हुए मंत्रालय ने कहा कि चैनल एजुकेशनल दोस्त 34.3 लाख से अधिक सब्सक्राइबर और 23 करोड़ व्यूज के साथ, सरकारी योजनाओं के बारे में गलत जानकारी फैला रहा था जबकि 48 लाख से अधिक सब्सक्राइबर और 189 करोड़ व्यूज के साथ एसपीएन9 न्यूज राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कई केंद्रीय मंत्रियों के बारे में फर्जी खबरें फैला रहा था.
सरकारी योजनाओं के बारे में फर्जी जानकारी फैलाने वाला चैनल भी बंद
इसके अलावा 45 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर और 9.4 करोड़ से ज्यादा व्यूज वाला चैनल सरकारी ब्लॉग, सरकारी योजनाओं के बारे में फर्जी खबरें फैलाता पाया गया. जिसके कारण इन चैनलों को बंद कर दिया गया.