Milk Price Hike: रोजाना सभी घरों में दूध (Milk) का इस्तेमाल होता है. बच्चों को पिलाने से लेकर बूढ़ों की चाय तक... हम दूध का इस्तेमाल करते हैं. क्या आपने कभी सोचा है दूध की कीमतों में आखिर इतना इजाफा क्यों हो रहा है? चलिए हम आपको बताते हैं कि इसके पीछे क्या कारण हैं और साल 2022 में कितनी बार कीमतें बढ़ी हैं. 


बीबीसी (BBC) की एक रिपोर्ट के मुताबिक दूध के दाम बढ़ने के कारणों के पीछे कंपनियों ने बढ़ी हुई लागत को जिम्मेदार ठहराया है. नवंबर 2022 में दूध की थोक मुद्रास्फीति (Inflation) दर 6.03 प्रतिशत तक हो गई थी. जून के बाद ये दूसरी बार है जब थोक मुद्रास्फीति छह प्रतिशत पहुंची. बाकी महीनों में ये दर 5.4 प्रतिशत तक रही. इसके बाद भी दूध की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है. 


भारत में एक औसत भारतीय महीने भर में खाने पर होने वाले कुल खर्चे में से लगभग 20 प्रतिशत दूध पर खर्च करता है. शहरों में ये खर्च और ज्यादा है. वहीं, नेशनल सैंपल सर्वे (एनएसएस) के मुताबिक ग्रामीण इलाकों के लोग दूध और दुग्ध उत्पादों पर महीने में 116 रुपये खर्च करते हैं. रिसर्च के मुताबिक बीते महीनों में दूध की मांग भी पहले से ज्याद बढ़ी है.


क्यों बढ़ी कीमतें?


बढ़ती मांग- वैश्विक दुग्ध उत्पादन (Global Milk Production) का 23 प्रतिशत भारत में उत्पादित होता है. पिछले साल के मुकाबले इस साल दूध खरीद दर 15 से 25 प्रतिशत तक बढ़ी है. 


चारे की कीमत- जून 2013 के बाद चारे की कीमत में सबसे ज्यादा इजाफा देखा गया है. चारे की थोक मुद्रास्फ़ीति पिछले साल अक्टूबर में 8.85 प्रतिशत थी. वहीं, अगस्त में 25.54 प्रतिशत और सितंबर में 25.23 प्रतिशत थोक मुद्रास्फीती रह गई थी. 


कब-कब बढ़े दूध के दाम?


मदर डेरी ने दिसंबर में दूध के दाम दो रुपये प्रति लीटर बढ़ाए थे. साल 2022 में दूध के दामों में ये पांचवी बढ़ोतरी थी. वहीं, अमूल ने फिर से दूध के दामों में बढ़ोतरी कर दी है. इस बार आधा लीटर दूध की कीमतों में 1 रुपये और एक लीटर दूध की कीमत में 3 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. इससे पहले 2022 अक्टूबर, अगस्त और मार्च में दाम बढ़ाए गए थे.


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