पांच महीने की तीरा के लिए वरदान बना पीएम मोदी का ये फैसला, अब लगेगा 16 करोड़ का इंजेक्शन
मुंबई के अस्पताल में पांच महीने की बच्ची तीरा के लिए प्रधानमंत्री मोदी का फैसला किसी वरदान से कम नहीं है. बच्ची के लिए विदेश से आने वाले 16 करोड़ के इंजेक्शन पर प्रधानमंत्री मोदी ने छह करोड़ का टैक्स माफ कर दिया है. बच्ची का परिवार क्राउड फंडिंग के जरिए 10 करोड़ रुपये पहले ही जुटा चुका है.
नई दिल्ली: मुंबई एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही पांच साल की मासूम बच्ची के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक फैसला किसी वरदान से कम नहीं है. पांच महीने की तीरा कामत को इलाज के लिए 16 करोड़ का इंजेक्शन लगना था, विदेशी इंजेक्शन पर 6 करोड़ टैक्स था.
पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ने टैक्स छूट के लिए पीएम को चिट्ठी लिखी थी. प्रधानमंत्री मोदी ने मानवीयता को सर्वोपरि रखते हुए टैक्स इंजेक्शन पर टैक्स माफ कर दिया. प्रधानमंत्री के इस फैसले के बाद बच्ची को 16 करोड़ का इंजेक्शन लग सकेगा.
आभार-पीएम @narendramodi ने 6 करोड़ टैक्स माफ़ कर दिया, 5 महीने की तीरा कामत के इलाज के लिए 16 करोड़ का इंजेक्शन लगना था, विदेशी इंजेक्शन पर 6 करोड़ टैक्स था, पूर्व सीएम @Dev_Fadnavis ने छूट के लिए पीएम को चिट्ठी लिखी थी, अब तीरा दुर्लभ बीमारी एसएमए टाइप 1 से बच जाएगी. pic.twitter.com/sQ5AE6IaeA
— Vikas Bhadauria (ABP News) (@vikasbha) February 10, 2021
दरअसल 13 जनवरी से मुंबई के अस्पताल में पांच महीने की तीरा कामत को भर्ती करवाया था. बच्ची ने अचानक अपनी मां का दूध पीना कर दिया था. जांच के बाद पता चला कि बच्ची को एसएमए- टाइप1 बीमारी है. इस बीमारी से लड़के लिए के लिए डॉक्टरों ने जो इंजेक्शन लिखा उसकी कीमत जानकर तीरा के माता पिता प्रियंका और मिहिर देसाई के पैरों के नीचे से जमीस खिसक गई.
दुनिया की सबसे महंगी दवा माने जाने वाले इस इंजेक्शन की कीमत 16 करोड़ रुपये थी. इसे विदेश से मंगवाया जाना था. इतना ही नहीं डॉक्टरों ने तीरा के माता पिता से कहा कि अगर बच्ची को इंजेक्शन नहीं लगा तो उसकी जिंदगी सिर्फ अगले 18 महीने तक ही होगी.
तीरा के माता पिता ने सोशल मीडिया कैंपेन के जरिए 10 करोड़ रुपये जुटा लिया. उन्होंने लगातार अपने सोशल मीडिया पेज पर बच्ची की तस्वीरें शेयर कीं और उसके स्वास्थ्य को लेकर जानकारी दी. वे लगातार लोगों से मदद की अपील कर रहे थे. लोगों ने भी बच्ची के इलाज के लिए बढ़चढ़ योगदान दिया और 10 करोड़ रुपये का इंतजाम हो गया.
बच्ची के परिवार के लिए इजेक्शन पर लगने वाला आयात शुल्क भी बड़ा सिर दर्द था. इसे माफ करवाने के लिए परिवार ने जो बन पड़ा जो किया. इस पूरी घटना की जानकारी होने पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गंभीरता से मामले को लिया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर विदेश से आने वाले इंजेक्शन पर लगने वाला छह करोड़ का आयात शुल्क माफ करने की अपील की.
पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस से मामले की जानकारी होने पर प्रधानमंत्री ने भी बिना देर किए बच्ची के इंजेक्शन पर आयात शुल्क माफ करने का फैसला किया. प्रधानमंत्री के फैसले के बाद बच्ची के परिवार खुश है. अब उनकी बिटिया को इंजेक्शन लग सकेगा और उसकी जिंदगी बच सकेगी.
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