प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जम्मू कश्मीर के राजनीतिक दलों के साथ गुरुवार को नई दिल्ली स्थित पीएम आवास पर करीब साढ़े तीन घंटे लंबी बैठक चली. बैठक के बाद जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के नेता अल्ताफ बुखारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के दौरान परिसीमन पर चर्चा हुई. अल्ताफ बुखारी ने कहा कि हमें चुनाव के रोडपैम की दिशा में आश्वासन दिया गया है. पीएम ने यह भी कहा कि हम पूर्ण राज्य पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं.
बीजेपी नेता निर्मल सिंह ने कहा कि सभी पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के दौरान इस बात पर सहमत हुई कि जम्मू कश्मीर में शांति होनी चाहिए और लोकतांत्रिक सरकार से एक सरकार आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने सभी नेताओं से यह अपील की है कि शांति तभी आएगी जब सभी एक साथ मिलकर काम करेंगे.
निर्मल सिंह ने आगे कहा कि परिसीमन होने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. हर किसी से परिसीमन आयोग चर्चा करेगा और उसके बाद चीजें आगे बढ़ेंगी.
जबकि, सीनियर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बहुत सारी चीजें प्रधानमंत्री को बताई गई. उन्होंने कहा कि हमने जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा वापस दिए जाने की मांग की. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमने पांच बड़ी मांगें रखी है. राज्य को फिर से बहाल करने की मांग की. उन्होंने कहा कि हमने बंटवारे पर विरोध जताया. कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की मांग रखी. इसके साथ ही राजनेताओं की हिरासत, जमीन और रोजगार गारंटी का मुद्दा भी उठाया.
सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दिल्ली की दूरी और दिली की दूरी को कम करेंगे. पीएम ने कहा कि जम्मू कश्मीर का भविष्य बेहतर बनाएंगे. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होते ही चुनाव कराएंगे. उन्होंने कहा कि पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं.
बैठक के दौरान नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, गुलाम अहमद मीर, ताराचंद, पीडीपी की महबूबा मुफ़्ती, बीजेपी के निर्मल सिंह, कविन्द्र गुप्ता और रविन्द्र रैना, पीपुल कांफ्रेंस के मुजफ्फर बेग और सज्जाद लोन, पैंथर्स पार्टी के भीम सिंह, सीपीआईएम के एमवाई तारीगामी, जेके अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी शामिल थे. इस बैठक के दौरान 8 राजनीतिक दलों के 14 नेता शामिल थे. इसके साथ ही, जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा भी शामिल हुए.