Green and Sustainable Energy Partnership: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूरोप के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरे के तहत पीएम मोदी जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे और वहां के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से मुलाकात की. इसके बाद दोनों नेता भारत-जर्मनी की आईजीसी बैठक में शामिल हुए. बैठक के बाद दोनों नेताओं ने हरित और सतत ऊर्जा की साझेदारी पर हस्ताक्षर भी किए. तो वहीं जर्मनी के चांसलर ने पीएम मोदी को जी7 में शामिल होने का न्यौता भी दिया.


9 अहम समझौतों पर हुए दस्तखत 


भारत और जर्मनी के बीच 9 अहम समझौतों पर दस्तखत हुए हैं.. ग्रीन तकनीक, हाइड्रोजन टास्क फोर्स से लेकर क़ई अहम मोर्चों पर दोनों देश साझेदारी बढ़ाएंगे. एक अहम समझौता व्यापक मोबिलिटी और माइग्रेशन को लेकर भी हुआ है. इस समझौते के तहत जर्मनी भारतीय नागरिकों के लिए वीज़ा नियमों में रियायत देगा, जिससे आवाजाही और कामकाज के लिए सहूलियत मिल सकेंगी. इससे रोजगार के लिए जाने वाले भारतीय नागरिकों को मदद मदद मिलेगी.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि मेरे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए मैं चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ का धन्यवाद करता हूं. मुझे खुशी है कि इस वर्ष ये मेरी पहली विदेश यात्रा जर्मनी में हो रही है. हमारी पिछली IGC 2019 में हुई थी, तब से विश्व में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं. कोविड-19 महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव डाला है. हाल की जियो पॉलेटिकल घटनाओं ने भी दिखाया कि विश्व की शांति और स्थिरता कितनी नाजुक स्थिति में है और सभी देश कितने इंटरकनेक्टेड हैं. लोकतांत्रिक देशों के तौर पर भारत और जर्मनी कई कॉमन मूल्यों को साझा करते हैं. इन साझा मूल्यों और साझा हितों के आधार पर पिछले कुछ वर्षों में हमारे द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है.


यूक्रेन संकट पर बोले पीएम मोदी


रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध पर बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूक्रेन के संकट के शुरू से हमने युद्ध विराम का आहवाह्न किया था. इस युद्ध में कोई भी पार्टी विजयी नहीं होगी. इस संकट के कारण तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं. भारत ने अपनी ओर से यूक्रेन को मानवीय सहायता भेजी है.


ग्रीन हाइड्रोजन टास्क फोर्स पर क्या बोले पीएम


पीएम मोदी ने कहा कि हमने ग्रीन हाइड्रोजन टास्क फोर्स बनाने का फैसला किया है. भारत वैश्विक रिकवरी का महत्वपूर्ण साधन बनेगा. उन्होंने कहा कि हाल ही में हमने यूएई और ऑस्ट्रेलिया के साथ समझौता किया है. आपको बता दें कि जर्मनी ने भारत के साथ हाइड्रोजन कॉपरेशन समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.


क्या बोले जर्मनी चांसलर ओलाफ स्कोल्ज


ओलाफ स्कोल्ज ने कहा कि ग्लोबल इकॉनमी और जलवायु परिवर्तन बातचीत में भारत का अहम रोल है. भारत हमारे महत्वपूर्ण साझेदारों में से एक है. उन्होंने कहा विश्व तभी तरक्की कर सकता है जब सभी देश एक दूसरे का साथ दें और उनके रिश्ते मधुर रहें. सिर्फ कुछ शक्तिशाली देश कुछ नहीं कर सकते. मुझे खुशी है कि जर्मनी और भारत ने विशेष तरह के रिश्तों पर हस्ताक्षर किए हैं और मैं पीएम मोदी को जून में होने वाली जी7 समिट को हमारे अतिथि के तौर आमंत्रित करता हूं. मैं जर्मनी में आपके दोबारा स्वागत के लिए तैयार हूं.   


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