जी-20 बैठक में हिस्सा लेने जापान के ओसाका पहुंचे पीएम मोदी, ट्रंप-पुतिन समेत कई राष्ट्र अध्यक्षों से मिलेंगे
बीते 5 सालों में यह पहला मौका होगा जब पीएम और विदेश मंत्री एक साथ किसी बहुपक्षीय बैठक में शरीक होंगे. जी-20 के हाशिए पर पीएम मोदी एक दर्जन से ज़्यादा द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुलाकातें करेंगे.
ओसाका: जापान के ओसाका में 28-29 जून को होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह जापान पहुंचे. पीएम मोदी छठी बार इस बैठक में शामिल होंगे. भारत अब तक सभी जी-20 शिखर सम्मेलनों में शिरकत करता आया है वहीं, 2022 में वो इसकी मेजबानी भी करेगा. पीएम मोदी इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत कई राष्ट्र अध्यक्षों से मुलाकात करेंगे.
कई मौकों पर पीएम मोदी के साथ होंगे विदेश मंत्री एस जयशंकर
आज शाम ओसाका में भारतीय मूल के लोगों के साथ सामुदायिक संवाद से लेकर अनेक नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकातों और बहुपक्षीय बैठकों समेत पीएम मोदी जापान में करीब 20 कूटनीतिक आयोजनों का हिस्सा बनेंगे. साथ की विदेश मंत्री एस जयशंकर जहां कई मौकों पर पीएम मोदी के साथ होंगे वहीं बैठक में शरीक होने आए दूसरे देशों के विदेश मंत्रियों से भी बात करेंगे.
बीते 5 सालों में यह पहला मौका होगा जब पीएम और विदेश मंत्री एक साथ किसी बहुपक्षीय बैठक में शरीक होंगे. जी-20 के हाशिए पर पीएम मोदी एक दर्जन से ज़्यादा द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुलाकातें करेंगे. ओसाका में पीएम मोदी की मुलाकात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुअल मेक्रोन, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे, तुर्की के राष्ट्रपति एर्डोगन, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान समेत कई नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे.
जापान-अमरीका-भारत के त्रिपक्षीय समूह JAI की बैठक में भी शामिल होंगे मोदी
जी-20 के हाशिए पर ही पीएम मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति पुतिन भारत-रूस-चीन के त्रिपक्षीय समूह RIC की बैठक करेंगे. सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने ओसका में इस बैठक के आयोजन की पहल की. इसके अलावा पीएम मोदी जापान-अमरीका-भारत के त्रिपक्षीय समूह JAI की बैठक में भी शामिल होंगे. जी-20 शिखर सम्मेलन के तहत होने वाले विभिन्न आयोजनों का भी पीएम मोदी हिस्सा होंगे.
जापान पहली बार जी-20 शिखर बैठक की मेजबानी कर रहा है. ओसाका शहर में हो रहे सम्मेलन में इस बार का विषय है मानव केंद्रित भावी समाज. वार्ताओं के लिए तीन आधार स्तंभ तय किए गए हैं- 1, आयु परिवर्तन की चुनौती से मुकाबले की तैयारी, 2. श्रम बाजार में लिंग अनुपात को ठीक रखान, 3. नए कामकाज के संदर्भ में राष्ट्रीय नीतियों व बेस्ट प्रैक्टिसेज का आदान-प्रदान.
सम्मेलन में छाए रहेंगे ये मुद्दे
सम्मेलन इस बार जिन मुद्दों के इर्दगिर्द सिमटा होगा वो हैं- वैश्विक अर्थव्यवस्था, कारोबार और निवेश, नवोन्मेष यानी इनोवेशन, पर्यावरण व ऊर्जा, रोजगार, महिला सशक्तिकरण, विकास और स्वास्थ्य. शिखर सम्मेलन में जिन मुद्दों पर प्रमुखता से चर्चा होगी उनमें मुक्त व्यापार, आर्थिक विकास, वैश्विक अर्थव्यवस्था जिसमें वित्त व कर संबंधी मामले शामिल हैं, डिजिटल इकोनॉमी, आर्टिफिशल इंटेलीजेंस, समावेशी और सतत विकास वाली दुनिया, ऊर्जा और पर्यावरण, सोसाइटी 5.0, बेहतर गुणवत्ता का ढांचागत विकास, वैश्विक स्वास्थ्य, आयु वृद्धि, जलवायु परिवर्तन तथा समुद्र में बढ़ती प्लास्टिक की समस्या.
जी-20 के सदस्य देशों में कौन-कौन शामिल है?
जी-20 के सदस्य देशों में भारत, अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सउदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं.
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