(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
रूस में मोदी ने मलेशिया के पीएम के सामने उठाया जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा
जाकिर नाइक ने साल 2016 में भारत से फरार होने के बाद मलेशिया में शरण ली थी और वहां उसे स्थायी निवासी का दर्जा मिला. भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण के लिए लंबे समय से प्रयासरत है. भारत में उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काऊ बयान देने को लेकर कई केस दर्ज हैं.
व्लादिवोस्तोक: रूस के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज व्लादिवोस्तोक में मलेशिया के पीएम महातिर बिन मोहम्मद से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी ने महातिर बिन मोहम्मद के सामने विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया. इससे पहले पीएम मोदी ने जापान के पीएम शिंजो आबे से भी मुलाकात की.
दोनों नेताओं के बीच आतंक से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई- गोखले
विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, ‘’पीएम मोदी ने मलेशिया के पीएम महातिर बिन मोहम्मद के सामने जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया.’’ उन्होंने कहा, ‘’दोनों पक्षों ने फैसला किया है कि हमारे अधिकारी इस मामले के संबंध में संपर्क में रहेंगे. यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है.’’ विजय गोखले ने यह भी बताया, ‘’पीएम मोदी ने मलेशिया के पीएम को जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के हनन के कारणों के बारे में बताया. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच आतंक से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई.’’
जाकिर नाइक को लेकर क्या विवाद है?Foreign Secretary Vijay Gokhale on PM Modi's meeting with PM of Malaysia: Prime Minister Modi raised the issue of Zakir Naik's extradition. Both the parties have decided that our officials will stay in contact regarding the matter and it is an important issue for us. pic.twitter.com/Av84Rds4p3
— ANI (@ANI) September 5, 2019
बता दें कि जाकिर नाइक ने साल 2016 में भारत से फरार होने के बाद मलेशिया में शरण ली थी और वहां उसे स्थायी निवासी का दर्जा मिला. भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण के लिए लंबे समय से प्रयासरत है. भारत में उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काऊ बयान देने को लेकर कई केस दर्ज हैं. भारतीय एजेंसियों ने साल 2016 में नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर छापेमारी के बाद उसपर प्रतिबंध लगा दिया था. इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप है.
गौरतलब है कि रूस में हो रहे इस्टर्न इकोनोमिक फोरम के पीएम मोदी चीफ गेस्ट हैं. पीएम मोदी के अलावे जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद समेत और भी कई मेहमान इस सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं. साथ ही मोदी भारत-रूस बिजनेस फोरम में भी शरीक होंगे.
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