दोबारा पीएम बनने के बाद पहली विदेश यात्रा पर मालदीव पहुंचे PM मोदी, सर्वोच्च सम्मान 'निशान इज्जुद्दीन' से नवाजा गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के तहत आज मालदीव पहुंचे और कल मालदीव से श्रीलंका जाएंगे.
नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर मालदीव पहुंचे. उनकी यह यात्रा भारत की ‘पड़ोसी पहले’ की नीति को दी जा रही महत्ता को दर्शाती है. पीएम मोदी का माले हवाईअड्डे पर विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने स्वागत किया.
प्रधानमंत्री मोदी को मालदीव द्वारा अपने सर्वोच्च सम्मान ‘‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’’ से सम्मानित किया गया है. ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ मालदीव का सर्वोच्च सम्मान है जिसे विदेशी हस्तियों को दिया जाता है.
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह से मुलाकात की और उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के द्वारा हस्ताक्षर किया हुआ एक बल्ला भेंट किया और इसके बारे में ट्वीट भी किया.Maldives President @ibusolih presented Maldives Highest Honour Order of the Distinguished Rule of Nishan Izzuddeen to PM @narendramodi. pic.twitter.com/I0WAKlGzsm
— PIB India (@PIB_India) June 8, 2019
Connected by cricket!
My friend, President @ibusolih is an ardent cricket fan, so I presented him a cricket bat that has been signed by #TeamIndia playing at the #CWC19. pic.twitter.com/G0pggAZ60e — Narendra Modi (@narendramodi) June 8, 2019
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने टि्वटर पर कहा, पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी, पीएम नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के बीच बैठक में गर्मजोशी से बातचीत हुई. विभिन क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करके हमारे विशेष संबंधों को और गहरा बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
Mutually beneficial partnership
Warm discussions marked the meeting between PM @narendramodi & President of Maldives @ibusolih. Focus on further deepening our special relationship by expanding cooperation across sectors. pic.twitter.com/teJz2SZxMO — Raveesh Kumar (@MEAIndia) June 8, 2019
इसके अलावा रवीश कुमार ने पीएम मोदी के मालदीव पहुंचने के बाद एक और ट्वीट किया था जिसमें लिखा था कि ‘चिरकालीन दोस्ती. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मालदीव की राजधानी माले पहुंचे जहां विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. प्रधानमंत्री पिछली बार यहां नवंबर 2018 में राष्ट्रपति (इब्राहिम मोहम्मद) सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में आए थे.’
Friendship forever!
PM @narendramodi arrives in Male, capital of Maldives to a warm reception by Foreign Minister @abdulla_shahid. PM was last here for President @ibusolih ‘s inauguration ceremony in November 2018. #Neighbourhoodfirst@MDVForeign @presidencymv pic.twitter.com/yUYWMgiDmf — Raveesh Kumar (@MEAIndia) June 8, 2019
हालांकि, मोदी राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए नवंबर में मालदीव आए थे लेकिन यह यात्रा आठ वर्षों में द्विपक्षीय स्तर पर किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है. इस दो दिवसीय यात्रा का मकसद हिंद महासागर द्वीपसमूह के साथ संबंधों को और मजबूती प्रदान करना है.
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि मालदीव की उनकी यात्रा भारत द्वारा अपनी ‘पड़ोसी पहले’ नीति को दी जा रही महत्ता को दर्शाती है. मोदी ने कहा कि भारत, मालदीव को अहम साझेदार मानता है जिसके साथ उसके प्रगाढ़ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं. यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मालदीव की संसद मजलिस को संबोधित करेंगे जो पड़ोसी देश में भारत की महत्वपूर्ण स्थिति को दर्शाता है. उनके उच्च स्तर पर संबंधों को मजबूत करने के लिए मालदीव के शीर्ष नेतृत्व से भी मुलाकात करने की संभावना है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मालदीव को उसके विकास में मदद करने और उसकी अर्थव्यवस्था को फिर से खड़ा करने के लिए विकास परियोजनाओं के लिए बजटीय समर्थन, जल आपूर्ति और सीवरेज जैसी परियोजनाओं के लिए ऋण सुविधा देने, सामुदायिक विकास परियोजनाएं समेत कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि लोगों के बीच आपसी संपर्क को बढ़ाने के लिए मोदी का नया जोर द्वीपीय देश में क्रिकेट कूटनीति पर है. राष्ट्रपति सोलिह को क्रिकेट को आगे बढ़ाने के मिशन में मदद दी जाएगी. सूत्रों ने बताया कि संपर्क बढ़ाने के लिए भारत कोच्चि से मालदीव के बीच नौका सेवा शुरू करने की योजना बना रहा है.
उन्होंने बताया कि दोनों नेता दो रक्षा से जुड़ी परियोजनाओं का भी संयुक्त रूप से उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी के विदेश मंत्री शाहिद और पूर्व राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम के साथ अलग-अलग वार्ता करने की संभावना है.
भारत और मालदीव के बीच संबंध तब बिगड़ गए थे जब पिछले साल पांच फरवरी को तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने आपातकाल लागू किया था. हालांकि, सोलिह के नेतृत्व में संबंध फिर से सामान्य हो गए.