गणतंत्र दिवस: पीएम मोदी ने बांधा केसरिया रंग का 'बंधेज' साफा, बरकरार रखी परंपरा
केसरिया साफा बांध परेड में पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार नेशनल वॉर मेमोरियल स्मारक पर पहली बार शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. गणतंत्र दिवस की इस परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने शिरकत की.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर साफा बांधने की अपनी परंपरा को बरकरार रखते हुए इस बार गणतंत्र दिवस पर केसरिया रंग का 'बंधेज' का साफा बांधा. पारंपरिक कुर्ता पजामा और जैकेट पहने प्रधानमंत्री ने इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति के बजाय पीएम मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल स्मारक पर पहली बार शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.
गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री के परिधान में खास तौर पर उनके साफे की काफी चर्चा होती है. पिछले साल प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से छठी बार स्वतंत्रता दिवस का भाषण दिया था और उस दौरान उन्होंने कई रंगों वाला साफा बांधा था.
वहीं 2014 में मोदी ने प्रधानमंत्री के तौर पर पहली बार अपने भाषण के दौरान लाल रंग का बंधेज वाला साफा पहना था, जिसकी पीछे की पट्टी का रंग हरा था. प्रधानमंत्री ने 2015 में धारीदार पट्टियों वाला साफा बांधा था. जिनमें से कुछ का रंग लाल और गहरा हरा था.
इसके बाद 2016 में लाल किले से भाषण के दौरान वह गुलाबी और पीले रंग वाले साफे में नजर आए थे. वहीं 2017 में उन्होंने चमकदार लाल और पीले रंग का साफा पहना था.