(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
देश में कोरोना के हालात पर पीएम मोदी ने की व्यापक समीक्षा, कोविड-19 की सबसे ज्यादा मार झेल रहे 12 राज्यों का लिया जायजा
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को यह बताया गया कि कैसे राज्यों की तरफ से हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को तेजी से बढ़ाने पर काम किया जा रहा है. पीएम मोदी ने निर्देश दिए कि राज्यों को हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए मदद और उन्हें सुझाव दिया जाए.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में कोविड-19 की स्थिति पर गुरुवार को व्यापक समीक्षा बैठक की. इस दौरान उनके साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन, पीयूष गोयल समेत अन्य मंत्री और शीर्ष अधिकारी मौजूद थे. बैठक के दौरान देश के विभिन्न राज्यों और जिलों में कोरोना से बिगड़े हालत की तस्वीर पीएम मोदी के सामने पेश की गई.
प्रधानमंत्री को समीक्षा बैठक के दौरान बताया गया कि देश में इस वक्त करीब 12 राज्य ऐसे हैं जहां पर 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं. इसके साथ ही, पीएम ने उन जिलों के बारे में भी जाना जहां पर सबसे ज्यादा एक्टिव कोरोना संक्रमण के केस हैं.
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को यह बताया गया कि कैसे राज्यों की तरफ से हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को तेजी से बढ़ाने पर काम किया जा रहा है. पीएम मोदी ने निर्देश दिए कि राज्यों को हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए मदद और उन्हें सुझाव दिया जाए.
PM today undertook a comprehensive review of the #COVID19 situation in the country. He was given a detailed picture of COVID outbreak in various states.He was informed about the 12 states with over 1 lakh active cases. PM was apprised about districts with high disease burden: PMO pic.twitter.com/njoVyCT8FI
— ANI (@ANI) May 6, 2021
इस उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान पीएम मोदी ने दवाईयों का उपलब्धता पर भी समीक्षा की. उन्होंने यह बताया गया कि किस तरह से कोरोना में कारगर रेमडेसिविर समेत अन्य दवाईंयों का उत्पादन बढ़ाया जा रहा है.
इसके साथ ही, पीएम मोदी ने अगले कुछ महीनों में किए जाने वाले वैक्सीनेशन के स्वरूप और इस दिशा में किए जा रहे काम का जायजा लिया. उन्हें बताया कि करीब 17 करोड़ 7 लाख वैक्सीन राज्यों को सप्लाई की जा चुकी है. इसके साथ ही, पीएम मोदी ने राज्यवार वैक्सीन की बर्बादी पर भी समीक्षा की.