Annual conference: रायसीना डायलॉग की आज से शुरुआत, 90 देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल, वैश्विक कूटनीतिक विमर्श के केन्द्र में होगा भारत
रायसीना डायलॉग के सातवें संस्करण की शुरूआत आज से दिल्ली के ताज पैलेस होटल में होने जा रही है. 27 अप्रैल तक चलने वाले इस कार्यक्रम में यूरोप अमेरिका के देशों के प्रधानमंत्री या विदेशमंत्री शामिल होंगे.
7th edition of Raisina Dialogue: रायसीना डायलॉग के सातवें संस्करण की शुरूआत आज से होने जा रही है. इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. कार्यक्रम की शुरूआत शाम 6 से 7 बजे के बीच होगी. दिल्ली के ताज पैलेस होटल में होने वाले इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन होंगी. वॉन डे भारत पहुंच चुकी हैं. इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय की तरफ से दी गई है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि इस साल रायसीना डायलॉग की शुरूआत 25 अप्रैल से हो रही है. इस बार कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए लोग प्रत्यक्ष रूप से मौजूद रहेंगे. दरअसल कोरोना महामारी के चलते पिछली बार इस कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के संपन्न किया गया था. लेकिन इस बार सभी मेहमान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग न करके प्रत्यक्ष रूप से मौजूद रहेंगे.
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
इसके साथ ही बागची ने जिन मुद्दों पर चर्चा होगी उसके बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि इस बार लोकतंत्र पर पुनर्विचार, कारोबार, टेक्नोलॉजी और विचारधारा, हिंद प्रशांत क्षेत्र में अशांति, हरित बदलाव हासिल करना, जल समूह जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
इसके साथ ही ग्लोबल समस्याएं, राजनीति और आर्थिक चुनौतियों पर एक-दूसरे से विचारों को साझा किया जाएगा.
दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में यूरोप-अमेरिका के बड़े-बड़े देशों के प्रधानमंत्री या विदेश मंत्री शामिल हो रहे हैं. इसके साथ ही स्वीडन के पूर्व प्रधानमंत्री कार्ल बिल्ट, कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर, आस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री एंथनी एबॉट, मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद हिस्सा लेंगे.
कब हुई थी शुरूआत
रायसीना डायलॉग की शुरुआत साल 2016 में हई थी और उसके बाद से हर साल इसका आयोजन होता आ रहा है. आयोजन भारतीय विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन की ओर से किया जाता है.
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