नई दिल्लीः नोटबंदी का आज 37वां दिन है और अभी देश के कई इलाकों से कैश के लिए लोग परेशान हैं. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि 500 रुपये के नोटों की छपाई बढ़ाई गई है और इसके चलते जल्द स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है. 2 से 3 हफ्तों में 500 के नोटों की सप्लाई बढ़ेगी. वहीं 2000 के नोट के छुट्टे की समस्या भी जल्द दूर हो जाएगी.


नोटबंदी के बाद 5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम के नए नोट बाजार में जारी किए जा चुके हैं. देश में 2 लाख 10 हजार एटीएम हैं और इनमें से 1 लाख एटीएम को अपग्रेड किया जा चुका है. 100 और 50 रुपये के भी नए नोट छापे जा रहे हैं. देश में पहले से ही 100 रुपये के 1 लाख 60 हजार करोड़ रुपये के नोट चलन में हैं और 100 रुपये के 80 हजार करोड़ रुपये के नए नोट जारी किए गए हैं.


को-ऑपरेटिव बैंकों में कैश सप्लाई बढ़ाई गई है. सरकारी बैंकों में कैश सप्लाई बढ़ाई गई है. बैंकों को एटीएम में कैश की सप्लाई बढ़ाने के लिए कहा गया है. सरकारी बैंकों में भी कैश सप्लाई बढ़ाई गई है जिससे किसानों को कर्ज मिलने में आसानी हो. महीने के अंत यानी 30 दिसंबर तक 50 फीसदी पैसे बाजार में वापस आ जाएंगे.


कैश की कमी वाले इलाकों में कैश सप्लाई बढ़ाई जा रही है. हालात पहले से बेहतर हो रहे हैं और दिक्क्तों को दूर करने की कोशिशें की जा रही हैं. नोट पहुंचाने के लिए विमानों का इस्तेमाल हो रहा है और सुदूर इलाकों और ग्रामीण इलाकों तक नोट पहुंचाने के लिए विमानों का इस्तेमाल जरूरत पड़ने तक जारी रखा जा सकता है.


शक्तिकांता दास ने कहा कि नए नोट के डिजाइन भारत में तैयार हुए हैं और पहली बार 500 और 2000 के नए नोटों के डिजाइन भारत में तैयार हुए हैं. FIU की जानकारी के आधार पर ही कैश रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. कड़ी निगरानी की वजह से लगातार कैश बरामद हो रहा है और इसके पीछे 2000 के नोटों का कोई फीचर जिम्मेदार नहीं है. वहीं जो भी नए नोट जब्त किए जा रहे हैं वो मार्केट में भेजे जा रहे हैं.


शक्तिकांता दास ने कहा कि अमेरिका में फेडरल रिजर्व की दरें बढ़ाने का भारत में क्या असर होगा ये बताना अभी मुश्किल है. उन्होंनें ये भी कहा कि आरबीआई ने 12.44 लाख करोड़ रुपये वापस आने की बात कही है लेकिन अभी इसका वेरिफिकेशन हो रहा है. पुराने वापस आए नोटों का आखिरी आंकड़ा कुछ और हो सकता है.