पृथ्वीराज चव्हाण का संजय राउत पर निशाना, कहा- चर्चा है कि भाई को मंत्री नहीं बनाए जाने से वह नाराज हैं
पृथ्वीराज चव्हाण ने संजय राउत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह चाहते थे कि उनके भाई को मंत्री बनाया जाए. लेकिन ऐसा नहीं होने की वजह से चर्चा है कि वो नाराज है. चव्हाण ने कहा कि संजय राउत स्पष्ट वक्ता रहे हैं. पता नहीं ये बात किस संदर्भ में कही.
नई दिल्ली: कांग्रेस के सीनियर नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला की कथित मुलाकातों से जुड़े शिवसेना नेता संजय राउत के दावे को ‘कही-सुनी बात’ करार दिया. राउत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाई को मंत्री नहीं बनाए जाने से उनके नाराज की होने की चर्चा है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राउत स्पष्ट वक्ता हैं और उन्हें यह नहीं पता कि उन्होंने किस संदर्भ में यह बात कही है. चव्हाण ने कहा, ‘‘उन्होंने किस संदर्भ में बयान दिया मुझे नहीं पता. उन्होंने बयान वापस लिया तो इस पर ज्यादा चर्चा नहीं करना चाहूंगा.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘वह चाहते थे कि उनके भाई साहब को मंत्री बनाया जाए. चर्चा है कि वह नाराज हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह हमेशा से स्पष्ट वक्ता रहे हैं. उनके पास (दावों का) ठोस सबूत नहीं होगा. उस वक्त कही सुनी-बातें होती थीं. जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड था तो उस वक्त ऐसी चर्चा होती है. यह सब अफवाहें हैं.’’
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गौरतलब है कि राज्यसभा सदस्य राउत ने बुधवार को पुणे में लोकमत मीडिया समूह के एक समारोह में इंटरव्यू के दौरान दावा किया था कि इंदिरा गांधी करीम लाला से पायधोनी (दक्षिण मुम्बई में) मुलाकात करती थीं. राउत ने गुरुवार को अपनी टिप्पणी वापस लेते हुए कहा, ‘‘अगर किसी को लगता है कि मेरे बयान से इंदिरा गांधी की छवि खराब हुई है या किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं इसे वापस लेता हूं.’’
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