नई दिल्ली: कोरोना को मात देने के लिए देशभर में टीकाकरण अभियान चल रहा है. हालांकि खबर ये है कि टीकाकरण अभियान के प्रति प्राइवेट अस्पताल उत्साह नहीं दिखा रहे हैं. ऑफिशियल डेटा के अनुसार ये अस्पताल कोरोना वैक्सीन डोज के लिए डेली सेशंस के लगभग 10-15 फीसदी का ही शेड्यूल कर रहे हैं. जबकि केंद्र सरकार इन्हें राउंड द क्लॉक सेशंस की अनुमति दे चुकी है.


शनिवार को टीकाकरण कंडेक्ट करने वाली 40,000 से अधिक साइटों में से केवल 5507 प्राइवेट अस्पतालों में थी. जबकि 34,510 सेशंस सरकारी अस्पतालों में थे, जिससे प्राइवेट सेक्टर में विस्तार की धीमी गति उजागर होती है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सरकार इस मुद्दे पर विचार कर रही है और राज्यों से कहा है कि वे प्राइवेट अस्पतालों के साथ जिला स्तर पर इस मामले को उठाएं और उनकी दिक्कत के बारे जानें .एक अधिकारी के अनुसार, “हमने देखा है कि को-विन पोर्टल पर कई अस्पताल हैं जिन्होंने कुछ सेशन शेड्यूल किए और फिर बंद कर दिए. हमें यह जानने की जरूरत है कि ऐसा क्यों हो रहा है”


70 फीसदी से ज्यादा लोगों को सरकारी अस्पतालों में दी गई वैक्सीन की डोज
16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद से 7.26 लाख से अधिक वैक्सीनेशन सेशंस कंडक्ट किए गए हैं. शनिवार शाम 7 बजे तक 4.36 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है. फिलहाल सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के लगभग 50,000 अस्पतालों को ड्राइव में एनरोल्ड किया गया है. सरकारी अस्पतालों की 85 फीसदी से ज्यादा सेशंस कंडक्ट हुए हैं और लगभग 70 फीसदी लोगों को वैक्सीन की डोज दी है जबकि प्राइवेट अस्पतालों में 30 फीसदी से भी कम लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है.


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