कश्मीर को लेकर मोदी सरकार पर भड़कीं प्रियंका गांधी, वीडियो शेयर कर लिखा- यह राष्ट्र विरोध से भी बड़ा है
राहुल गांधी समेत अन्य विपक्षी दलों के नेताओं को शनिवार को कश्मीर जाने से रोक दिया गया था. प्रियंका गांधी ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाया जा रहा है.
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कश्मीर को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में लोकतांत्रिक अधिकारों को समाप्त किया जा रहा है. यह ‘राष्ट्र-विरोधी’ होने से बड़ा है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाना बंद नहीं करेगी.
दरअसल, कश्मीर घाटी की स्थिति का जायजा लेने के लिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत विपक्षी दलों के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को राज्य प्रशासन ने शनिवार को श्रीनगर हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी, इसके बाद प्रतिनिधिमंडल को वापस दिल्ली लौटना पड़ा. सभी नेता अनुच्छेद 370 खत्म किये जाने के बाद बनी स्थिति का जायजा लेने कश्मीर जा रहे थे. विपक्षी नेताओं को रोके जाने के लेकर प्रियंका गांधी ने हमला बोला है.
प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया जिसमें एक महिला श्रीनगर से उड़ान भरने वाले विमान में राहुल गांधी को परिवार को होने वाली परेशानियां बताती दिखाई दे रही है. उन्होंने वीडियो साझा करते हुए कहा, ‘‘ यह आखिर कब तक चलेगा? यह उन लाखों लोगों में से एक हैं जिनकी आवाज को ‘राष्ट्रवाद’ के नाम पर दबाया जा रहा है.’’
How long is this going to continue?This is one out of millions of people who are being silenced and crushed in the name of “Nationalism”.
For those who accuse the opposition of ‘politicising’ this issue: https://t.co/IMLmnTtbLb — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 25, 2019
प्रियंका ने कहा, ‘‘ वह जो विपक्ष पर मामले का ‘राजनीतिकरण’ करने का अरोप लगाते हैं. कश्मीर में लोकतांत्रिक अधिकारों को समाप्त करने से अधिक ‘राजनीतिक’ और ‘‘राष्ट्र-विरोधी’’ कुछ नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इसके खिलाफ आवाज उठाना हमारा कर्तव्य है, हम यह करना बंद नहीं करेंगे.’’
there is NOTHING more ‘political’ and ‘anti national’ than the shutting down of all democratic rights that is taking place in Kashmir. It is the duty of every one of us to raise our voices against it, we will not stop doing so.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 25, 2019
केन्द्र सरकार ने पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाते हुए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केन्द्रशासित प्रदेश बनाने का फैसला किया था. जम्मू-कश्मीर सरकार ने एक बयान जारी कर विपक्ष के नेताओं से कहा था कि वह घाटी का दौरा नहीं करें क्योंकि इससे क्षेत्र में वापस लौट रही शांति और सामान्य जन जीवन में बाधा आएगी.
विपक्षी दलों को घाटी नहीं जाने देने के प्रशासन के निर्णय के बारे में पूछे जाने पर जम्मू कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने शनिवार शाम को कहा कि ऐसे समय में शांति तथा कानून व्यवस्था कायम रखना एक प्राथमिकता है जब सीमा पार से आतंकवाद का खतरा बना हुआ है. कंसल ने कहा, ‘‘उनसे घाटी का दौरा नहीं करने का अनुरोध किया गया था.’’