नई दिल्ली: कठुआ और उन्नाव में हुई गैंगरेप की घटना के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस ऑफिस से इंडिया गेट तक कैंडल मार्च निकाला. लेकिन इसी दौरान भीड़ में उनकी बहन प्रियंका गांधी के साथ धक्का-मुक्की की गई.
इस पर प्रियंका नाराज हो गईं और गुस्से में वहां मौजूद लोगों से कहा,‘‘उस मकसद के बारे में सोचिए जिसके लिए आप यहां आए हैं. जो लोग यहां धक्का-मुक्की के लिए आए हैं, वे घर वापस जाएं. कृपया शांति बनाए रखें और खामोशी के साथ चलें. ’’
इंडिया गेट पर आयोजित कैंडल मार्च में प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा भी शामिल हुए. इस दौरान वाड्रा ने कहा कि देश में ऐसे बदलाव की जरूरत है जहां महिलाएं सुरक्षित महसूस कर सकें. कैंडल मार्च में राहुल गांधी के साथ अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, सलमान खुर्शीद, अशोक गहलोत, अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला, अंबिका सोनी और हारून यूसुफ सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए.
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हम महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध, बलात्कार, हिंसा और हत्या की घटनाओं के खिलाफ यहां मौजूद हैं. सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. यह राष्ट्रीय मुद्दा है. यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है. ’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार का 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा तो ठीक है लेकिन इस समय सबसे ज्यादा हमलें बेटियों पर हो रहे हैं. सरकार को अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए.