नई दिल्ली: किसानों के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है. पार्टी के एक उच्च सूत्र के मुताबिक किसानों की समस्या को लेकर कांग्रेस महीने भर गांव-गांव में जाकर किसान जन जागरण अभियान चलाएगी और इसके बाद यूपी के अलग-अलग इलाकों में किसानों की बड़ी रैली की जाएगी.
सूत्रों के मुताबिक इस आंदोलन को लेकर रणनीति बन चुकी है और आने वाले एक हफ्ते में इसका एलान कर दिया जाएगा. यूपी की प्रभारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में ये पहला बड़ा आंदोलन होने जा रहा है.
आवारा पशु, किसान आत्महत्या पर सरकार को घेरने की तैयारी
सूत्रों के मुताबिक आवारा पशु, गन्ना किसानों का बकाया भुगतान, धान की खरीद में अनियमितता, बुंदेलखंड में किसानों की आत्महत्या जैसे मुद्दों को लेकर यूपी के सभी इलाकों में कांग्रेस के कार्यकर्ता 'किसान जन-जागरण' करेंगे. इस दौरान किसानों से फॉर्म भरवाया जाएगा जिसमें उन्हें टिक करना होगा कि उनकी परेशानी क्या है.
इस आंदोलन की तैयारियों से अवगत एक सूत्र के मुताबिक किसानों से इकट्ठा किए गए फॉर्म को जिला स्तर पर तहसीलदार/जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा. इसके साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ता पर्चे भी बांटेंगे. जिसमें यूपीए और एनडीए सरकार के दौरान किसानों के हालात की तुलना होगी. इस अभियान को किसान जन-जागरण नाम दिया गया है जो करीब डेढ़ महीने तक चलेगा. इसके बाद यूपी के चारों क्षेत्रों में चार बड़ी रैलियां की जाएंगी.
कर्जमाफी और गौशाला की मांग
इन रैलियों के जरिए किसानों के लिए कर्ज माफी, आधा बिजली बिल, हर गांव में गौशाला और पहरेदारी भत्ता जैसी मांगे कांग्रेस यूपी सरकार से करेगी. प्रियंका गांधी इन रैलियों के जरिए सरकार पर निशाना साधेंगी. पिछले कुछ वक्त से प्रियंका गांधी लगातार सोशल मीडिया के जरिए किसानों का मुद्दा उठा रही हैं.
प्रियंका गांधी के नेतृत्व में पहला बड़ा आंदोलन
प्रियंका गांधी अपनी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ 22 और 23 जनवरी को रायबरेली में रहेंगी. जहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी और जिला कांग्रेस कमिटियों का प्रशिक्षण चल रहा है. इस दौरान प्रियंका पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को किसान आंदोलन को लेकर निर्देश देंगी.
आपको बता दें कि किसान आंदोलन प्रियंका गांधी के नेतृत्व में पहला बड़ा आंदोलन होने जा रहा है. इसकी सफलता पर 2022 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का भविष्य भी टिका है. हालांकि यूपी कांग्रेस की कमान मिलने के बाद से ही प्रियंका लगातार सक्रिय हैं.
सोनभद्र गोलीकांड से लेकर सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों को प्रियंका गांधी लगातार सरकार को घेरती रही हैं. लेकिन नई यूपी कांग्रेस गठित करने के बाद 'किसान आंदोलन' पहला बड़ा संगठित आंदोलन है जो प्रियंका के नेतृत्व में होने जा रहा है. जाहिर है ये आंदोलन प्रियंका गांधी की एक परीक्षा है.
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