नई दिल्ली: प्रियंका गांधी वाड्रा जल्द ही कांग्रेस महासचिव का पद संभाल लेंगी और वह पूर्वी उत्तर प्रदेश में पार्टी की रणनीति तैयार करती दिखेंगी. प्रियंका सोमवार को अमेरिका से लौटी हैं. उन्हें 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में कमरा दिया गया है. यह वही कमरा है जिसमें राहुल गांधी बैठा करते थे. यह पार्टी अध्यक्ष के ठीक बगल का कमरा है. यानि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आसपास के कमरे में बैठेंगे.
कांग्रेस के खजांची रहे मोतीलाल वोरा वाला कमरा पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिया गया है. वहीं अशोक गहलोत वाला कमरा केसी वेणुगोपाल को दिया गया है. अब मोतीलाल वोरा और गुलाम नबी आजाद एक कमरे में बैठेंगे.
प्रियंका के पास पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ राष्ट्रीय स्तर की भी जिम्मेदारी होगी और वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का सहयोग करते रहेंगे. दरअसल, राहुल गांधी ने अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स को दिये इंटरव्यू में कहा है कि महासचिव होने के नाते राष्ट्रीय जिम्मेदारी की होती है. मैं जिम्मेदारी देता हूं और जो जिम्मेदारी देता हूं उसमें सफलता के बाद दूसरी जिम्मेदारी देता हूं.
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प्रियंका कल अमेरिका से लौटने के बाद राहुल गांधी के घर पर बैठक की थी. इस बैठक में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया, केसी वेणुगोपाल और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर मौजूद थे. लोकसभा चुनाव और कांग्रेस संगठन की मजबूती के हिसाब से प्रियंका की राजनीति में एंट्री खास है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 23 जनवरी को अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी थी.
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