Himachal Pradesh Result 2022: हिमाचल प्रदेश की जनता ने पुरानी परंपरा को कायम रखते हुए एक बार फिर से 5 साल बाद सरकार बदल दी है. हिमाचल में अब बीजेपी नहीं, बल्कि कांग्रेस का शासन होगा कांग्रेस की इस जीत में प्रियंका गांधी का बड़ा रोल है. राहुल गांधी की अनुपस्थिति में प्रियंका गांधी ने बीजेपी के दिग्गजों से अकेले टक्कर ली. उनकी मेहनत रंग भी लाई. प्रदेश की कुल 68 सीटों में से कांग्रेस को 40 सीटों पर जीत हासिल हुई. 5 साल तक सत्ता चलाने के बाद बीजेपी के हिस्से में 25 सीटें आईं. राज्य में तीन सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों की जीत हुई है. 
 
राहुल गांधी की गैरमौजूदगी में प्रियंका ने हिमाचल प्रदेश में आठ बड़ी रैलियां कीं. कई छोटे कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया और एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह डोर-टू-डोर कैंपेन किया. इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा. प्रचार के दौरान बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने उनका मजाक भी उड़ाया. विरोधियों के मुताबिक राहुल गांधी ने हार के डर से अपनी बहन को आगे कर दिया है. वहीं सभी हमलों को झेलते हुए प्रियंका खामोशी से अपने चुनावी अभियान में जुटी रहीं. उन्होंने कुछ ही दिनों में प्रदेश की राजनीति की तस्वीर बदल दी और गुरुवार (08 दिसंबर) को इसका नतीजा दिखा. 


परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली ने किया कमाल 


हिमाचल प्रदेश जैसे ही विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हुआ था प्रियंका गांधी ने परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली शुरू कर दी थी. 31 अक्टूबर से प्रियंका की परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली शुरू हुई थी. प्रियंका ने पहली रैली में ही बीजेपी के खिलाफ जो मोर्चा खोला वो आखिर तक चलता रहा. पुरानी पेंशन बहाली, बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों को लेकर वे जनता के बीच गईं. उन्होंने अपनी रैलियों में वादा किया कि कांग्रेस की सरकार बनते ही कैबिनेट की पहली मीटिंग में एक लाख युवाओं को रोजगार देने के फैसले को अमलीजामा पहनाया जाएगा.


कांग्रेसियों में नए जोश का संचार


हिमाचल की जीत से कांग्रेसियों में नए जोश का संचार हुआ है. कांग्रेस नेता और हिमाचल के प्रभारी राजीव शुक्ला ने प्रियंका गांधी को जीत का बड़ा श्रेय दिया. उन्होंने कहा, "इस जीत में प्रियंका गांधी के कठिन परिश्रम का अहम योगदान है." कांग्रेस पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेता कहते हैं कि प्रियंका गांधी को निश्चित तौर पर अब आने वाले अलग-अलग राज्यों के विधानसभा चुनावों में पार्टी के जनाधार को आगे बढ़ाने के लिए बड़ी जिम्मेदारी दी जानी चाहिए.


प्रियंका के लिए भी जरूरी थी जीत


प्रियंका गांधी के लिए भी ये जीत काफी जरूरी थी. इससे पहले प्रियंका ने यूपी विधानसभा की जिम्मेदारी संभाली थी. यूपी में कांग्रेस का जो हश्र हुआ था, उससे प्रियंका की काबिलियत पर भी सवाल उठने लगे थे. अब हिमाचल प्रदेश के नतीजों से प्रियंका गांधी पर उंगली उठाने वाले खामोश हो जाएंगे. कांग्रेसियों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणाम से कांग्रेस निश्चित तौर पर उत्साहित है और इस उत्साह में प्रियंका गांधी की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है.


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