Congress attack PM Modi: कांग्रेस ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकसभा में दिए गए भाषण में बताए गए 11 संकल्पों को खोखला करार दिया है. विपक्षी ने यह भी सवाल उठाया कि जब विपक्ष के नेता राहुल गांधी "भारत के संविधान के 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा" पर दो दिवसीय बहस में भाग ले रहे थे, तब प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सदन में मौजूद क्यों नहीं थे.


प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस ने 'खून का स्वाद चखकर' बार-बार संविधान को चोट पहुंचाई है, जबकि 2014 में सत्ता में आने के बाद से उनकी सरकार की नीतियों और निर्णयों का उद्देश्य संविधान के अनुरूप भारत की ताकत और एकता को बढ़ाना रहा है.


प्रियंका गांधी ने साधा निशाना 


लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "प्रधानमंत्री ने एक भी ऐसी बात नहीं कही जो नई हो, उन्होंने हमें बोर कर दिया है. मैं कई साल पीछे चली गई थी, मुझे ऐसा लगा रहा था कि जैसे मैं गणित के दो पीरियड में बैठी हुई हैं."


उन्होंने आगे कहा, "(जेपी) नड्डा जी भी हाथ मल रहे थे, लेकिन जैसे ही मोदी जी ने उनकी तरफ देखा, उन्होंने ऐसा अभिनय किया जैसे कि वह ध्यान से सुन रहे हों. अमित शाह जी का भी सिर पर हाथ था, (पीयूष) गोयल जी सोने जा रहे थे. यह मेरे लिए एक नया अनुभव था. मैंने सोचा था कि पीएम कुछ नया और कुछ अच्छा कहेंगे."


सांसद इकरा हसन ने जताई निराशा


लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने कहा, "हम निराश हैं कि उन्होंने (पीएम मोदी) संविधान के बारे में बात की लेकिन उन्होंने संभल, यूपी में कानून और व्यवस्था की स्थिति, अल्पसंख्यकों के अधिकार और मणिपुर मुद्दे पर कुछ नहीं कहा. उन्होंने लोगों के मुद्दों को संबोधित नहीं किया."


'चुनावी भाषण था'


PM मोदी के भाषण पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, "हमेशा की तरह प्रधानमंत्री ने चुनावी भाषण दिया. प्रधानमंत्री का यह भाषण पूरी तरह से निराशाजनक था. उन्हें संविधान से जुड़ी उन बातों के बारे में बोलना चाहिए था जो भारत के संविधान को मजबूत बनाती हैं."