नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इस महीने के अंत से पहले यानी एक हफ्ते में नई दिल्ली के 35, लोधी एस्टेट का सरकारी बंगला खाली कर गुरुग्राम के सेक्टर 42 स्थित डीएलएफ अरालिया वाले अपने घर मे शिफ्ट हो जाएंगी. प्रियंका गांधी के नजदीकी सूत्रों ने बताया है कि गुरुग्राम में प्रियंका गांधी अगले कुछ दिनों के लिए ही रहेंगी.


सूत्रों ने बताया कि प्रियंका के स्थाई तौर पर रहने के लिए नई दिल्ली इलाके के दो-तीन जगहों पर उन्होंने किराए का घर देखा है जिसको लेकर आने वाले दिनों में अंतिम मुहर लगेगी. इन्हीं में से एक घर जिसको लेकर ज्यादा संभावना जताई का रही है वह नई दिल्ली में सुजान सिंह पार्क के पास स्थित है जहां मरम्मत आदि का काम चल रहा है.


राजनीतिक बैठकों के लिए सोनिया गांधी के सरकारी आवास इस्तेमाल करेंगी प्रियंका 
सूत्रों ने बताया कि गुरुग्राम वाले घर मे ज्यादातर समान शिफ्ट किया जा चुका है और वहां सुरक्षा जांच की कार्यवाही भी हो चुकी है. प्रियंका गांधी को जेड+ श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. महत्वपूर्ण यह है कि दिल्ली में राजनीतिक बैठकों के लिए अब प्रियंका अपनी मां सोनिया गांधी के सरकारी आवास का इस्तेमाल करेंगी.


31 जुलाई तक प्रियंका को सरकारी घर खाली करने का नोटिस मिला था
एसपीजी सुरक्षा के मद्देनजर 1997 से प्रियंका गांधी को नई दिल्ली इलाके में लोधी एस्टेट का 35 नम्बर सरकारी बंगला मिला हुआ था लेकिन पिछले साल एसपीजी सुरक्षा हटा कर जेड+ कर दिया गया. एसपीजी सुरक्षा हटने के बाद 1 जुलाई को केंद्र सरकार के आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने उन्हें 31 जुलाई तक यानी एक महीने में सरकारी घर खाली करने का नोटिस दिया था.


प्रियंका गांधी लखनऊ शिफ्ट होने के लगाए जा रहे थे कयास
तब यह संकेत मिले थे कि प्रियंका गांधी लखनऊ में अपने रिश्तेदार के घर 'कौल निवास' में शिफ्ट होंगी. दरअसल यह घर कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका का निवास स्थान जरूर होगा लेकिन तब जब वह लखनऊ के दौरे पर होंगी. इसे प्रियंका का राजनीतिक बेस कैम्प भी कहा जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर आने वाले दिनों में प्रियंका गांधी अपना अधिकांश समय यूपी में बिताएंगी. यूपी कांग्रेस के के एक उच्च सूत्र ने बताया कि अगस्त में प्रियंका गांधी यूपी का दौरा कर सकती हैं.


बंगला खाली करने का नोटिस मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
आपको बता दें कि केंद्र सरकार की तरफ से बंगला खाली करने का नोटिस मिलने के बाद प्रियंका गांधी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने इसे बदले की राजनीति से प्रेरित कदम करार दिया था. हालांकि इस बीच केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने जब ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार गांधी परिवार के करीबी एक नेता के आग्रह पर प्रियंका को बंगला खाली करने के लिए कुछ और वक्त की मोहलत देने को तैयार है तब प्रियंका गांधी ने ट्वीट में मोहलत मांगे जाने की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि वह 31 जुलाई के पहले सरकारी बंगला खाली कर देंगी.


प्रियंका गांधी के नजदीकी सूत्र ने बताया कि पिछले 23 सालों में 35 लोधी एस्टेट के अंदर जो सजावट-बनावट की गई है उसे जस का तस रहने दिया जाएगा. साथ ही बंगला खाली करने से पहले सफेदी तक करवा दी जाएगी ताकि पेंटिंग आदि हटने के बाद दीवार खराब ना दिखे.


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