नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं और सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि आवाज को जितना दबाया जाएगा, उतनी तेज आवाज उठेगी.


उन्होंने अपने ट्वीट में कहा- आज रामप्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाक उल्ला और रोशन सिंह का शहादत दिवस है. इस साझी शहादत का महत्व आज तब और बढ़ जाता है जब सरकार में बैठे लोग धर्म की राजनीति का चश्मा लगाकर बैठे हैं.


उन्होंने लिखा- अशफ़ाक और बिस्मिल के किस्से कुछ इस तरह के हैं कि शाहजहाँपुर में उनके रिश्तेदारों ने उनसे कई बार पूछा कि आपका धर्म तो अलग अलग है इतनी घनिष्ठता कैसे है आपके बीच.





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प्रियंका ने लिखा- जब दोनों जेल में थे तब अंग्रेज़ों की तरफ से अशफ़ाक और बिस्मिल को धर्म का हवाला देकर आपस फूट डालने की कोशिश की गई और बोला गया कि अंग्रेजों की तरफ से गवाही दे दो, लेकिन दोनों के मन में सरफ़रोशी की तमन्ना थी और अपनी साझी विरासत का जुनून. आज उनको नमन करते हुए उनके इस संदेश को फैलाना और उसके साथ खड़े होना बहुत जरुरी है.


इसके बाद प्रियंका ने ट्वीट किया- मेट्रो स्टेशन बंद हैं. इंटरनेट बंद है. हर जगह #Section144 है. किसी भी जगह आवाज उठाने की इजाजत नहीं है. जिन्होंने आज टैक्सपेयर्स का पैसा खर्च करके करोड़ों का विज्ञापन लोगों को समझाने के लिए निकाला है, वही लोग आज जनता की आवाज से इतना बौखलाएँ हुए हैं कि सबकी आवाजें बंद कर रहे हैं. मगर इतना जान लीजिए कि जितना आवाज दबाएँगे उतनी तेज आवाज उठेगी.


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यूपी में कड़ी सुरक्षा


लखनऊ में नागरिक संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन को लेकर केडी सिंह बाबू मेट्रो स्टेशन बंद कराया गया है. शाम 5 बजे तक ये मेट्रो स्टेशन बंद रहेगा. दरअसल परिवर्तन चौक पर आज आइसा समेत तमाम संगठनों ने प्रदर्शन की तैयारी की है. ऐसे में परिवर्तन चौक पर प्रदर्शनकारी न आ पाएं, इसे देखते हुए ये मेट्रो स्टेशन बंद किया गया है.


उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि विरोध प्रदर्शन के मद्देनज़र सुरक्षा के पूरे इंतज़ाम किए गए हैं. किसी भी धरना-प्रदर्शन को अनुमति नहीं दी गई है. बीती रात 62 लोगों को हिरासत में लिया गया है. तीन हज़ार से ज़्यादा लोगों को नोटिस दिया गया है, जिनसे शांति भंग का ख़तरा है. कॉलेजों के बाद स्कूलों के बच्चों के प्रदर्शन की सूचना पर स्कूलों के प्रबंधन को हिदायत दी गई है. छोटे बच्चों को नागरिकता संशोधन के बारे में जानकारी नहीं है. कोई बहकावे में न आए.