Rahul Gandhi Disqualification: संसद की सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को पहली बार मीडिया के बाहर आए और उन्होंने खुलकर केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला. जवाब में भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर निशाना साधा. अब एक बार फिर राहुल गांधी के समर्थन में उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा उतर आई हैं.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार को ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपा इस सवाल से बचना चाहती है. पूरी संसद म्यूट कर दी. प्रधानमंत्री जी खुद म्यूट हो गए. अब राहुल पर हर तरह के हमले कर रहे हैं. लेकिन, गौतम अडानी की शेल कंपनियों में किसका पैसा लगा है, उसकी जांच क्यों नहीं हो रही, इसका जवाब नहीं दे रहे.
अपने ट्वीट में प्रियंका ने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जो राहुल गांधी के ट्वीट का है. जिसमें लिखा हुआ है कि मैंने प्रधानमंत्री की आंखों में डर देखा है, वो डरते हैं अडानी पर संसद में मेरे अगले भाषण से. सीधा सवाल है- शेल कंपनियों द्वारा अडानी समूह में लगाया गया ₹20000 करोड़ का विदेशी पैसा किसका है? ये सारा नाटक इसी सवाल से ध्यान भटकाने के लिए है. इसी फोटो के साथ कांग्रेस महासचिव ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है.
इससे पहले भी प्रियंका ने मोदी सरकार पर हमला किया था. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि भाजपा इस देश से विपक्ष और लोकतंत्र खत्म करना चाहती है. इसलिए लगातार विपक्ष के लोगों की आवाज पर हमला कर रही है. बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मीसा भारती को एजेंसियों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है. लोकतंत्र पर हो रहे हमले के खिलाफ हम सब एकजुट हैं.
सरकार घबरा गई है: राहुल गांधी
गौरतलब है कि लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता खत्म होने के बाद सियासी घमसान मचा हुआ है. कांग्रेस-बीजेपी आमने सामने हैं. आज राहुल गांधी ने कहा कि अडानी मामले को लेकर केंद्र की सरकार घबरा गई है. उन्होंने कहा कि चाहे मुझे कोई अयोग्य ठहराएं या जेल में डाल दें, मैं लोकतंत्र की रक्षा के लिए लड़ता रहूंगा.
राहुल गांधी ने पिछड़ों का अपमान किया: बीजेपी
दूसरी ओर भाजपा राहुल के बयान को पिछड़े समुदाय से जोड़ रही है. बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल के बयान के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि राहुल पर मानहानि के 60 मामले चल रहे हैं. उन्होंने पिछड़े समाज का अपमान किया था. यह कहते हुए कि ये सारे मोदी चोर क्यों होते हैं? आलोचना का मतलब गाली देना नहीं होता. राहुल गांधी को 2019 में दिए गए उनके एक भाषण पर सजा हुई है.