मुजफ्फरनगर: प्रियंका गांधी ने मुजफ्फरनगर में उन पीड़ितों से मुलाकात की जो पुलिस की लाठियों के शिकार हुई थे, ये वो पीड़ित हैं जो नागरिकता कानून के खिलाफ हुई हिंसा में पुलिस ने पीटा था. दरअसल 20 दिसंबर को नागरिकता कानून के खिलाफ लोगों प्रदर्शन किया, इस दौरान जबरदस्त पत्थरबाजी हुई.


कई गाड़ियों को फूंक दिया गया, देना बैंक में तोड़फोड़ की गयी, हिंसक भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, इसी लाठीचार्ज के शिकार लोगों से मिलने प्रियंका गांधी पहुंची हैं.





प्रियंका ने रुकैया परवीन नामक उस युवती से भी मुलाकात की जिसकी शादी होने वाली है. रुकैया के परिवार का आरोप है कि पुलिस उनके घर में घुसी और बहुत सारा समान ले गयी. प्रियंका गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने पुलिस की ओर से हुई हिंसा को लेकर राज्यपाल को चिट्ठी भी लिखी है.


मुजफ्फरनगर में 20 दिसंबर को CAA के खिलाफ प्रदर्शन में हिंसा हुई थी. देना बैंक की शाखा और सैकड़ों वाहन में आगजनी और तोड़फोड हुई थी. शहर के मदीना चौक, मीनाक्षी चौक और महावीर चौक पर जमकर बवाल हुआ. एसपी सिटी और एआरटीवो उपद्रव में घायल हो गए थे. हिंसा में प्रदर्शन कारी और किदवई नगर निवासी नूर मोहम्मद की मौत हो गई थी.


मुजफ्फरनगर के बाद प्रियंका गांधी मेरठ भी जाएंगी. उन्हें और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पिछले दिनों मेरठ जाने से रोक दिया गया था. प्रियंका ने इससे पहले बिजनौर में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान मारे गए दो युवकों के परिवारों से मुलाकात की थी.