रूस से भारत की दोस्ती पर आतंकी पन्नू को लगी मिर्ची! धमकी से भड़के भारतीय विदेश मंत्रालय ने बंद कर दी बोलती
Gurpatwant Singh Pannun: खालिस्तान समर्थक पन्नू ने कहा था कि भारत को खालिस्तानियों के खिलाफ अभियान चलाने में रूस से मदद मिल रही है. पन्नू की धमकी को गंभीरता से लेते हुए अमेरिका ने बयान जारी किया था.
Gurpatwant Singh Pannun: खालिस्तान समर्थक अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी करते हुए अमेरिका में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा के खिलाफ जहर उगला था. इस पर भारत सरकार ने सख्ती दिखाते हुए अमेरिका के सामने इस मुद्दे को उठाया है. भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जब भी ऐसी धमकियां जारी की जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और इसे अमेरिकी सरकार के सामने उठाते हैं.
भारत ने अमेरिका से कर दी ये मांग
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, "इस विशेष मामले को भी हमने अमेरिका के सामने उठाया है. हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिका हमारी सुरक्षा की चिंताओं को गंभीरता से लेगा और इस पर कार्रवाई करेगी." खालिस्तान समर्थक पन्नू ने वीडियो में रूस को भी धमकी दी थी. पन्नू का कहना है कि भारत को खालिस्तानियों के खिलाफ अभियान चलाने में रूस से मदद मिल रही है.
धमकी के बाद अमेरिका ने जारी किया था बयान
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और कनाडा में रूसी राजदूत ओलेग स्टेपानोव की लोकेशन बताने वाले को $25,000 का इनाम (करीब 21 लाख लाख) देने की घोषणा की थी. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अमेरिकी दूतावास ने धमकी देने के बाद बयान जारी किया. अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि अमेरिकी सरकार अपने देश में सभी राजनयिक और काउंसलर कर्मियों को सुरक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है.
महाकुंभ को लेकर भी पन्नू ने दी थी धमकी
इससे पहले, प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने सोमवार को महाकुंभ 2025 कार्यक्रम को निशाना बनाते हुए धमकियां जारी की थी, जो अगले साल उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाला है. गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा कि उसका उद्देश्य मोदी की हिंदुत्व विचारधारा का विरोध करना है. इसके अलावा, पन्नू ने इस्कॉन पुजारी की गिरफ्तारी के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की तारीफ की थी. अमेरिका और कनाडा की नागरिकता रखने वाले पन्नू को जुलाई 2020 में गृह मंत्रालय ने आतंकवादी के रूप में नामित किया था.