'खार्किव से निकाले जा चुके सभी भारतीय, सूमी पर हमारा पूरा फोकस', विदेश मंत्रालय ने बताया कैसा चल रहा निकासी अभियान
विदेश मंत्रालय ने कहा कि पिसोचिन और खार्किव से हम अगले कुछ घंटों में सभी को बाहर निकालने में सक्षम होंगे. अब तक हमें पता चला है कि खार्किव में कोई नहीं बचा है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कहा है कि पिछले 24 घंटों में 15 फ्लाइट भारत पहुंचीं हैं, जिनमें लगभग 2900 भारतीयों को निकाला गया है. ऑपरेशन गंगा के तहत 63 उड़ानें अब तक लगभग 13,300 भारतीयों को लेकर भारत पहुंचीं हैं. विदेश मंत्रालय ने बताया कि अगले 24 घंटों में 13 और फ्लाइट शेड्यूल हैं.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि पिसोचिन और खार्किव से हम अगले कुछ घंटों में सभी को बाहर निकालने में सक्षम होंगे. अब तक हमें पता चला है कि खार्किव में कोई नहीं बचा है. हमारा मुख्य ध्यान अब सुमी पर है. परिवहन की कमी और हिंसा हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है. ऐसे में सबसे अच्छा विकल्स सीजफायर होगा. विदेश पिसोचिन में हमने 298 छात्रों को स्थानांतरित कर दिया है, आज तक निकासी प्रक्रिया के पूरा होने की उम्मीद है.
विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए ये भी कहा कि लगभग सभी भारतीय यूक्रेन के खार्किव शहर से निकाले जा चुके हैं, जो एक अच्छी खबर है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक अब हम देखेंगे कि अब भी कितने और भारतीय यूक्रेन में हैं. दूतावास उन लोगों से संपर्क करेगा, जिनके वहां होने की संभावना है, परन्तु अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची एक ट्वीट में कहा कि हम यूक्रेन के सूमी में भारतीय छात्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं. हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनाने के लिए तत्काल युद्धविराम के लिए कई चैनलों के माध्यम से रूसी और यूक्रेनी सरकारों पर जोरदार दबाव डाल रहे हैं. हमने अपने छात्रों को सुरक्षा सावधानी बरतने, आश्रयों के अंदर रहने और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दी है. मंत्रालय और हमारे दूतावास छात्रों के नियमित संपर्क में हैं.
ये भी पढ़ें- Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की NATO पर भड़के, रूस के 10 हजार सैनिकों को मारने का किया दावा
ये भी पढ़ें- भारतीयों को लाने के लिए 6 निजी विमान कंपनियों के साथ IAF की कुल 100 उड़ानें 11 मार्च तक भारत में करेंगी लैंड