नई दिल्ली: पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने अपील की कि अपने घरों में ही रहें. जहां हैं वहां रहें, लेकिन कुछ चिंताजनक तस्वीरें इस बीच में आना शुरू हो गईं हैं. रोज कमा के रोज अपना गुजर-बसर करने वाले मजदूरों के लिए लॉकडाउन एक बड़ी समस्या बन गया. काम बंद हो गए, घर में राशन खत्म हो गया. बच्चे और परिवार भूखे हो गए. ऐसे में दिल्ली में रह रहे मजदूरों ने अपने गांवों की तरफ रुख करना शुरू कर दिया.
हजारों की संख्या में लोग दिल्ली से यूपी के अलग-अलग जिलों की तरफ बढ़ना शुरू हो गए हैं. लोग अपने परिवारों को छोटे बच्चों को कंधे पर लेकर पैदल ही अपने गांव की तरफ निकल पड़े हैं. दिल्ली में कारपेंटर का काम करने वाले व्यक्ति ने बताया, " मेरे तीन छोटे बच्चे हैं लॉकडाउन की वजह से काम बंद हो गया है. घर में गैस सिलेंडर भी खत्म हो गया था.''
आगे उन्होंने कहा, " मदद के लिए सरकार ने जो हेल्पलाइन नंबर जारी किया उस पर 24 बार कॉल भी किया. लेकिन कोई मदद नहीं मिली. किसी ने फोन नहीं उठाया, ऐसे में पैदल ही अपने परिवार को लेकर निकल गया हूं. गांव जाकर खेती कर के बच्चों को कुछ खिला सकता हूं. 2 दिन से मेरे बच्चों ने कुछ नहीं खाया है.''
हजारों लोग दिल्ली से निकलकर यूपी की तरफ पैदल ही चल दिए. किसी ने 1 दिन से खाना नहीं खाया तो किसी ने 3 दिनों से खाना नहीं खाया. ऐसी स्थिति में सब अपने गांव अपने परिवार के पास वापस जाना चाहते हैं. लोगों का कहना है की, "कोरोना से पहले शायद भूख से ही मर जाएं.''
ये भी पढ़ें-
टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को पड़ेगी धोनी की जरूरत, अनुभव का होगा फायदा: बनर्जी