दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज के एक प्रोफेसर की कोरोना से मौत हो गई है. कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ अंजू श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ सीएल जोनवाल (43), जूलॉजी के प्रोफेसर थे. उनकी मंगलवार तड़के एम्स में कोरोना वायरस से मौत हो गई. उन्हें 30 मार्च को एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर पदोन्नत किया गया था और उनके परिवार में उनकी पत्नी और 12 साल की एक बेटी और 5 साल का एक बेटा है. जोनवाल कॉलेज में कोविड-19 टास्क फोर्स के एक प्रमुख सदस्य थे और उन्होंने अपने कई सहयोगियों के लिए हॉस्पिटल बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था की थी.


प्रोफेसर को एम्स में भर्ती कराया गया था


डॉ अंजू श्रीवास्तव ने बताया कि, “डॉ सीएल जोनवाल ने 2006 में कॉलेज ज्वाइन किया था और वे बहुत ब्राइट और अपने काम के लिए प्रतिबद्ध थे. हमने किसी तरह एम्स में उनके लिए एक बेड की की व्यवस्था की थी लेकिन हमने उन्हें खो दिया. शुरुआत में प्रोफेसर को अलवर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था."


29 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे प्रोफेसर जोनवाल


उन्होंने कहा कि जोनवाल 29 अप्रैल के आसपास कोरोनावायरस से संक्रमित  हुए थे और मई के पहले सप्ताह में दिल्ली से चले गए थे. शुरुआत में वह होम आइसोलेशन में थे. जब उनका ऑक्सीजन का लेवल कम हुआ, तो उन्होंने घर पर गैस की व्यवस्था की थी लेकिन तबीयत खराब होने पर 10 मई को उन्हें अलवर के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. वहां उनका इलाज हुआ लेकिन उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई.


प्रिंसिपल सहित 35 शिक्षक हो चुके हैं कोरोना से संक्रमित


कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि उनके सहित कॉलेज के लगभग 35 शिक्षक अब तक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. "एक या दो गंभीर मामले थे, लेकिन वे भी ठीक हो गए हैं."


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