नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की आलोचना करना मुंबई विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर को महंगा पड़ गया. दरअसल मुंबई विद्यापीठ के थिएटर एंच आर्ट्स के डायरेक्टर योगेश सोमण ने राहुल गांधी के वीर सावरकर पर दिए बयान की आलोचना करते हुए एक वीडियो शेयर किया था. इस वीडियो को लेकर एनएसयूआई और लेफ्ट छात्र संगठनों ने आपत्ति जताई थी.


13 जनवरी को एनएसयूआई और लेफ्ट छात्र संगठनों ने विभाग में सुविधाओं का अभाव और अन्य मुद्दों पर प्रदर्शन करते हुए योगेश सोमण को निकालने की मांग की थी. इसके बाद सोमण फोर्स्ड कंपल्सरी लीव यानी जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया और एक कमेटी का गठन किया गया जिसे जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई. योगेश सोमण के समर्थन में बीजेपी विधायक आशीष शेल्लार और एबीपीवी ने भी प्रदर्शन कियाा. इनका कहना है कि कुछ संगठनों के दबाव में योगेश सोमण के खिलाफ फैसला लिया गया.



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प्रोफेसर ने वीडियो में कहा था?
बता दें कि राहुल गांधी के सावरकर पर बयान के बाद 14 दिसंबर को योगेश सोमण ने सोशल मीडिया पर 51 सेकेंड का एक वीडियो पोस्ट किया था. इस वीडियो में उन्होंने राहुल गांधी के बयान की आलोचना करते हुए कहा था, ''तुम वाकई सावरकर नहीं हो. सच तो यह है कि तुम सच्चे गांधी भी नहीं हो. वह गांधी की पप्पूगीरी का विरोध करते हैं.''


राहुल गांधी ने सावरकर पर क्या कहा था?
दिल्ली में ‘भारत बचाओ’ रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि उनका नाम ‘राहुल सावरकर’ नहीं है और वह कभी माफी नहीं मांगेंगे. राहुल गांधी ने कहा था, ''संसद में भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं अपने भाषण के लिए माफी मांगू. मुझे एक ऐसी चीज के लिए माफी मांगने के लिए कहा गया जो कि सही है. मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है. मैं सच्चाई के लिए माफी नहीं मांगूंगा. मर जाऊंगा लेकिन माफी नहीं मांगूंगा.''


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