नारकोटिक्स कंट्रोल की मुंबई यूनिट ने बायोलॉजी के एक प्रोफेसर को अंधेरी इलाके से गिरफ्तार किया है जो कि एमडीएमए की एक्सटीसी पिल्स का धंधा करता था. समीर वानखेड़े ने बताया कि गिरफ्तार शख़्स का नाम दीबा ओलिवर है जो कि एक कैमिरुन नागरिक है,  वह अपने पास ड्रग्स कभी नही रखता था और ऑर्डर के हिसाब से ड्रग्स मंगवाता और डिलीवरी करता था और कमीशन के पैसे से अपनी जीविका चलाता था.
पैसों के लिए ड्रग पेडलर बना
वानखेड़े ने बताया कि कुछ साल पहले ओलिवर भारत में मेडिकल वीसा पर आया था उसे हेपिटाइटिस बी की बीमारी थी जिसका इलाज करवाने वो मुंबई आया हुआ था. इलाज के दौरान उसे पैसों की सख्त जरूरत थी और किसी ने उसे ड्रग पेडलर से मिलवा दिया. जिसके बाद पैसों के लिए वो ड्रग पेडलर बन गया.
आरोपी के घर से 20 एमडीएमए बरामद
बता दें कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया ओलिवर दुबई में बायोलॉजी का प्रोफेसर है.एनसीबी ने उसके घर से 20 एमडीएमए की एक्सटीसी पिल्स बरामद की है. जांच के दौरान पता चला है कि  आरोपी ऑर्डर मिलने के बाद ही अपने से बड़े पेडलर से ड्रग्स मंगवाता था और फिर टैक्सी या ऑटो से जाकर उसकी डिलीवरी देता था.



कार डीलर भी हुआ गिरफ्तार

बीती रात एनसीबी ने प्रोफेसर के पकड़ने के साथ एक और ऑपरेशन को अंजाम दिया. वानखेड़े ने बताया कि रात में उन्होंने अपनी टीम के साथ अग्रिपाड़ा इलाके में स्थित इरफान हाउस नाम की इमारत में रेड डालकर मोहम्मद इमरान अंसारी नाम के ड्रग पेडलर को गिरफ्तार कर लिया.
19 अप्रैल को अग्निपाड़ा से सर्फ़राज कुरेशी किया गया था गिरफ्तार
वानखेड़े ने बताया कि इससे पहले उनकी टीम ने जानकारी के आधार पर 19 अप्रैल को सर्फ़राज कुरेशी उर्फ पप्पी को अग्रिपाड़ा इलाके से 165 ग्राम एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था. उसके घर की तलाशी के दौरान 2.15 लाख रुपये कैश मिले थे. सर्फ़राज पर इससे पहले मुंबई पुलिस की एएनसी (एंटी नारकोटिक्स सेल) ने ड्रग्स से जुड़ी करवाई की थी. पूछताछ के दौरान उसने समीर सुलेमान सामा नाम के ड्रग पेडलर का नाम लिया था जिससे वो ड्रग्स की खरीदारी करता था. इसके बाद एनसीबी ने समीर के घर रेड डाली थी जहां से पुलिस को 56 ग्राम एमडी ड्रग और 17 लाख 90 हजार कैश बरामद हुए थे.इसी मामले की जांच के दौरान  कार डीलर इमरान अंसारी का नाम सामने आया था और उसकी गिरफ्तारी की गई थी.

ड्रग्स को खिड़की से नीचे फेंक दिया था
एनसीबी के सूत्रों ने बताया कि अंसारी की बीवी ने देखा कि एनसीबी ने उनके दरवाजे पर दस्तक दी तो उसने दरवाजा नही खोला और घर मे पड़े ड्रग्स को एयरकंडीशन की खिड़की से नीचे फेंक दिया था. वानखेड़े ने बताया कि वो बिल्डिंग 4 मंजिला है और जब घर के अंदर गए तो समझ मे आया कि ड्रग्स नीचे फेंक दिया है जिसके बाद एनसीबी के अधिकारी बिल्डिंग की पाइप के रास्ते ड्रग्स ढूंढते हुए नीचे उतरे और फिर लाखो रुपये कीमत की ड्रग्स को एक कोने में फंसा हुआ पाया. एनसीबी को उसके घर से साढ़े नौ लाख रुपये कैश भी बरामद हुए हैं. 


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