Prophet Muhammad Remarks Row: नमाज के बाद हुए हिंसक प्रदर्शनों पर प्रशासन सख्त, सहारनपुर से दो मुख्य आरोपी गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक नमाज खत्म होते ही मुजम्मिल अपने साथियों के नारेबाजी करता हुआ आगे बढ़ा. मुजम्मिल के पीछे पीछे नमाज करने पहुंचे बाकी लोग भी सड़कों पर पहुंच गए और फिर हंगामा शुरू हो गया.
Prophet Muhammad Remarks Row: सहारनपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा और प्रदर्शन के मामले में सहारनपुर पुलिस ने अब तक 71 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आने वाले दिनों में कई और लोगों की गिरफ्तारी संभव है. लेकिन अब तक हुई इन गिरफ्तारियों में दो आरोपियों के नाम निकल करके आए हैं. इसमें पहला नाम है मुजम्मिल का और दूसरा नाम सलमान का है.
सवाल ये है कि आखिर इन दोनों को क्यों प्रदर्शन का सबसे बड़ा चेहरा कहा जा रहा है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि मुजम्मिल की उम्र 18 साल है और वह मदरसे में पढ़ाई करता है. इस वीडियो में मुजम्मिल इलाके के और अपने जान-पहचान के लोगों को जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन करने के लिए भड़काता हुआ नज़र आ रहा है.
मुजम्मिल पर नमाज के बाद भीड़ को उकसाने का आरोप
पुलिस के मुताबिक नमाज खत्म होते ही मुजम्मिल अपने साथियों के साथ जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर खड़ा हो गया और वहां से नारेबाजी करता हुआ आगे बढ़ा. मुजम्मिल के पीछे पीछे नमाज करने पहुंचे बाकी लोग भी सड़कों पर पहुंच गए और फिर हंगामा शुरू हो गया. वहीं दूसरा शख्स सलमान का मामला भी इसी घटना से जुड़ा है. सलमान के ऊपर आरोप है कि उसने जुमे के दिन विरोध प्रदर्शन को देखते हुए 50 पोस्टर छपवाए और जगह-जगह चिपकाए.
नुपूर शर्मा को लेकर लिखी गईं आपत्तिजनक बातें
इन पोस्टर्स में नूपुर शर्मा को लेकर आपत्तिजनक बातें लिखी गईं. सलमान की उम्र 23 से 24 साल की बताई जा रही है और जिस इलाके में प्रदर्शन हुआ वह उसी के पास एक दुकान चलाता है. पुलिस इस मामले में 71 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और आने वाले दिनों में वीडियो और सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल के बाद कई और लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है. इस सबके बीच में जो भी लोग दोषी हैं उनके खिलाफ बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही है.
सहारनपुर में किन आरोपियों के घर चलेगा बुलडोजर
इसी कड़ी में शनिवार को दो आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया जा चुका है. जिन दो आरोपियों के घरों पर शनिवार को बुलडोजर चलाया गया उनमें मुजम्मिल का नाम भी शामिल है. जबकि दूसरा आरोपी अब्दुल वाकिफ है. एबीपी न्यूज़ की टीम जब अब्दुल वाकिफ के घर पहुंची तो उनके परिवार वालों ने अब्दुल से बात करने से इनकार कर दिया. उनका कहना था कि अब्दुल वहां मौजूद जरूर था लेकिन उसका किसी तरह के हंगामे में कोई हाथ नहीं था.
पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में लगी है कि ये जो घटना थी क्या इसमें कोई साजिश रची गई थी या कुछ लोगों ने अलग-अलग तौर पर इस घटना को अंजाम दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक इस मामले में किसी पूर्व नियोजित साजिश की बात सामने नहीं आई है लेकिन हर पहलू पर जांच जारी है.