Rahul Gandhi: पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर विवाद के बीच राहुल गांधी बोले- नफरत सिर्फ नफरत को जन्म देती है
Rahul Gandhi: पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) पर विवादित टिप्पणी को लेकर चल रहे विवाद के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि ये भारत को जोड़ने का समय है.
Rahul Gandhi Bharat Jodo Tweet: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट कर कहा कि नफरत सिर्फ नफरत को जन्म देती है. प्यार और भाईचारे का रास्ता ही भारत को प्रगति की दिशा में ले जा सकता है और ये भारत को जोड़ने का समय है. कांग्रेस सांसद ने ‘‘भारत जोड़ो’’ (Bharat Jodo) हैशटैग के साथ ये ट्वीट किया था. राहुल गांधी की टिप्पणी भाजपा पदाधिकारियों नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) और नवीन जिंदल (Naveen Kumar Jindal) के पार्टी से निकाले जाने के बाद आई है.
कांग्रेस बीजेपी पर लगातार ध्रुवीकरण के जरिए समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाती रही है. कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी ट्वीट किया, "भाजपा की नफरत ने देश को तबाह कर दिया है. अगर आप देश को बचाना चाहते हैं तो एकजुट हो जाएं."
नफ़रत सिर्फ़ नफ़रत को जन्म देती है। प्यार और भाईचारे का रास्ता ही भारत को प्रगति की दिशा में ले जा सकता है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 5, 2022
ये भारत जोड़ने का वक़्त है। #BharatJodo
बता दें कि, पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) पर विवादित टिप्पणी को लेकर भाजपा ने बीते दिन पार्टी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया था. इसके अलावा बीजेपी ने नवीन कुमार जिंदल को भी पार्टी से निकाला दिया था. नवीन कुमार जिंदल, दिल्ली बीजेपी के मीडिया हेड हैं. ये पूरा मामला तब शुरू हुआ था जब 27 मई को नूपुर शर्मा ने एक निजी चैनल के डिबेट में हिस्सा लिया था. इस दौरान ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque Dispute) को लेकर हो रहे विवाद पर चर्चा की जा रही थी.
नुपूर शर्मा के बयान के बाद हुआ बीजेपी का विरोध
टीवी डिबेट के दौरान नुपूर शर्मा ने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कुछ अपमानजनक टिप्पणी (Objectionable Remarks on Prophet Muhammad) कर दी थी. इसके बाद ट्विटर पर नूपुर की वीडियो वायरल हो गई और उन पर पैगंबर का अपमान करने का आरोप लगाया था. बता दें कि, इसके बाद देश में बीजेपी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हुआ और नुपूर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग भी उठी थी. वहीं इस्लामिक देशों में भारत का विरोध देखने को मिला. कतर (Qatar) और कुवैत (Kuwait) के बाद ईरान (Iran) ने भी भारतीय दूत (Indian Envoy) को तलब किया. वहीं सोशल मीडिया पर भारतीय उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने के आह्वान किए जा रहे हैं.
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