Prophet Muhammad Row: पैंगबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने को लेकर तेलगांना के बीजेपी विधायक टी राजा सिंह (T Raja Singh) को कोर्ट ने जमानत दे दी है. साथ ही तत्काल रिहा करने का आदेश दिया. इसके बाद उन्हें पुलिस ने रिहा कर दिया. तेलंगाना पुलिस ने उन्हें आज ही गिरफ्तार किया था. इसके बाद विवादास्पद टिप्पणी के मामले में पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया. साथ ही पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर यह भी पूछा कि क्यों ना उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए.
दरअसल, विवादास्पद टिप्पणी के मामले ने उस वक्त तूल पकड़ लिया जब उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई लोगों ने हैदराबाद में धरना-प्रदर्शन किया. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सिंह को पहले हिरासत में लिया गया और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
राजा सिंह को गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई. अदालत ने राजा सिंह के वकील के इस तर्क को स्वीकार कर लिया कि पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारी से पहले दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-41 के तहत उनके मुवक्किल को नोटिस जारी नहीं किया था.
राजा के वकील ने कहा कि पुलिस ने उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का पालन नहीं किया, जिसके तहत सात साल से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी से पहले नोटिस दिया जाना चाहिए. अदालत परिसर में उस हल्के तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब राजा सिंह के समर्थकों और विरोधियों ने नारेबाजी की. पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर जमा लोगों को तितर-बितर किया.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
हैदराबाद के गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक टी राजा सिंह अपनी कट्टर धार्मिक बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं और इस वजह से सुर्खियों में भी बने रहते हैं. बीजेपी विधायक ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी और धर्म विशेष की आलोचना करते हुए सोमवार को एक वीडियो जारी किया था. वीडियो में सिंह कथित तौर पर एक धर्म विशेष के खिलाफ कुछ टिप्पणी करते दिख रहे हैं. फारुकी ने हाल ही में हैदराबाद में एक कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी.
सिंह के समर्थकों का दावा है कि उन्होंने ने अपनी टिप्पणी में किसी धर्म विशेष का या धार्मिक व्यक्ति का नाम नहीं लिया है. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई एक विवादित टिप्पणी के लिए बीजेपी ने अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा और पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल को निलंबित किया था.
इन नेताओं के बयानों को लेकर भारत के अलावा विदेशों में भी प्रदर्शन हुए थे. कई इस्लामिक देशों ने इस पर आपत्ति भी जताई थी और भारत के समक्ष इस मुद्दे को आधिकारिक रूप से भी उठाया था. इस विवाद के बाद भाजपा ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा था कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धर्म के पूजनीय लोगों का अपमान स्वीकार नहीं करती.
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