Prophet Muhammad Row: जुमे की नमाज़ के बाद भड़की हिंसा का मामला पहुंचा SC, 2 संगठनों ने चीफ जस्टिस से संज्ञान लेने का किया अनुरोध
Prophet Muhammad Row: पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में भड़की हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचना शुरू हो गया है.
![Prophet Muhammad Row: जुमे की नमाज़ के बाद भड़की हिंसा का मामला पहुंचा SC, 2 संगठनों ने चीफ जस्टिस से संज्ञान लेने का किया अनुरोध Prophet Muhammad Row: violence erupted in the Supreme Court, 2 organizations requested the Chief Justice to take cognizance ANN Prophet Muhammad Row: जुमे की नमाज़ के बाद भड़की हिंसा का मामला पहुंचा SC, 2 संगठनों ने चीफ जस्टिस से संज्ञान लेने का किया अनुरोध](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/03/01/1312c37b827cb327c971d3bced0157f1_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Prophet Muhammad Row: पैगम्बर मोहम्मद (Prophet Muhammad) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में भड़की हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंचना शुरू हो गया है. 2 अलग-अलग संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट से इस पर संज्ञान लेने की मांग की है. हिंदू सेना और अखिल भारत हिंदू महासभा ने चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिख कर केंद्रीय एजेंसी से जांच समेत कई मांगें रखी हैं.
10 जून को रांची में हुई हिंसा पर हिंदू सेना अध्यक्ष विष्णु गुप्ता (President Vishnu Gupta) ने चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में बताया गया है कि दंगाइयों ने न सिर्फ पुलिस पर हमला किया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. उन्होंने 3 मंदिरों को भी निशाना बनाया. अब पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मारे गए गए दंगाइयों के परिवार को मुआवजा देने की मांग सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक कर रहे हैं. कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी ने 50 लाख का मुआवजा देने की मांग की है. ऐसे में हिंदू सेना ने अनुरोध किया है कि सुप्रीम कोर्ट मामले पर संज्ञान लेकर निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई का निर्देश दे.
स्वतः संज्ञान लेने का अनुरोध
इसके अलावा अखिल भारत हिंदू महासभा ने भी मस्ज़िदों और मदरसों में जुट रही भीड़ की हिंसक गतिविधियों के खिलाफ चीफ जस्टिस को पत्र याचिका भेजी है. इस पत्र में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से मामले पर स्वतः संज्ञान लेने का अनुरोध किया गया है. संस्था ने गहरी साजिश की आशंका जताते हुए केंद्रीय एजेंसी से जांच की मांग की है. ऐसी जगहों पर धारा 144 लगाने और पुलिस की निगरानी का निर्देश देने की भी मांग चिट्ठी में कई गई है. साथ ही साथ अनुरोध किया गया है कि कोर्ट शिवलिंग पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले.
ये भी पढ़ें:
Omicron Subvariant BA.4 Case: रूस में मिला ओमिक्रोन का सबसे अधिक खतरनाक सब वेरिएंट BA.4
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)