मुम्बई: मुम्बई के आज़ाद मैदान में आज नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और NPR के ख़िलाफ़ बड़े विरोध रैली का आयोजन किया गया. इस विरोध रैली में मुम्बई के अलग अलग इलाको से हजारों लोग पहुंचे. अनुमान के मुताबिक 30 हजार से अधिक लोग इस विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बने.


इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मुम्बई के अलग अलग संगठनों ने अपील की थी. मलाड इलाके से कांग्रेस विधायक और मंत्री असलम शेख भी आम लोगों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए. समाजवादी पार्टी नेता अबु आज़मी ने उनके निर्वाचन क्षेत्र से आए लोगों का आभार जताया.



मंच पर समाजसेवी, वकील, पूर्व जज, नेताओं और एक्टिविस्ट ने CAA, NRC और NPR के खिलाफ अपनी बातें रखी. मंच पर पहुंचे रिटायर्ड जज बी. जी. कोलसे पाटील ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के लिए अपशब्द भी कहे. रिटायर्ड जज ने कहा की, दिल्ली में बैठे मोदी- शाह की वजह से एनआरसी, सीएए के विरोध के नाम पर सब एकजुट हो गए. इस कानून से सिर्फ गुलामी का एहसास होता है. देश में 135 करोड़ की आबादी है क्या सबके माता-पिता का कागज है ? जो जमा कराएंगे. कोलसे पाटील ने मुंबई पुलिस कमिशनर को आरएसएस का आदमी बताते हुए कहा की बाकी मुम्बई पुलिस के लोग हमारे लोग हैं.


अभिनेता सुशांत सिंह ने भी मंच से केंद्र सरकार को खरी खोटी सुनाई और कहा की सरकार को इंसान से ज्यादा बस की चिंता है. सुशांत सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा कि, दिल्ली में एक बस जलाई गई उसे हम श्रद्धांजलि देते हैं, आइए मिलकर श्रद्धांजलि देते हैं. आसाम जल जाए , इंसान मारा जाए यह ठीक है पर बस नहीं जलनी चाहिए थी. लोगों को मार दो वो चलेगा, बसे बहुत कम हैं. डॉक्टर कफिल पर NSA लगा दो पर बस को मत जलाओ बस बहुत कम बची हैं.



सुशांत सिंह ने कहा, ''एक बार फिर रामायण हो रहा है. यहां भगवान राम को अगवा कर लिया गया है उनसे इस बार देश की सीता लड़ेंगी. इसके पीछे अली और बजरंगी बली दोनों कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे.''