नई दिल्ली: नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन का दायरा राष्ट्रीय राजधानी में भी बढ़ता जा रहा है. जामिया के बाद अब पूर्वोत्तर दिल्ली के सीलमपुर इलाके में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ रैली निकाली गई जिस दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया. भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े.


प्रदर्शन के चलते सात मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है. वेलकम, जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, जोहरी एन्कलेव, शिवविहार, सीलमपुर और गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं. इलाके में तनाव को देखते हुए ड्रोन से निगरानी की जा रही है.


इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीलमपुर टी प्वाइंट पर लोग एकत्र हुए और दोपहर करीब बारह बजे विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. प्रदर्शनकारियों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और सरकार के विरोध में नारे लगाए.



रैली में शामिल एक शख्स ने बताया कि उनका यह विरोध जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई तथा देश में एनआरसी लागू करने के लिए तैयार की जा रही पृष्ठभूमि के खिलाफ है. एक अन्य व्यक्ति ने कहा ‘‘देश में एनआरसी लागू नहीं होना चाहिए. हमारा विरोध इसी बात को लेकर है. पृष्ठभूमि तैयार की जा रही है ताकि एनआरसी देश भर में लागू किया जाए.’’


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मोबाइल रिपेयरिंग का काम सीख रहे एक शख्स ने कहा कि इस कानून के जरिये हिंदू मुसलमानों के बीच दरार पैदा की जा रही है. उन्होंने कहा ‘‘जामिया में अगर विरोध प्रदर्शन हुआ भी था तो भी पुलिस को लायब्रेरी और परिसर में घुसने का हक नहीं था.’’ जाफराबाद थाने के बाहर भी प्रदर्शन हुआ और पुलिस के खिलाफ नारे लगाए गए.


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