नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ यहां बुधवार को एक दरगाह में ईद की नमाज के दौरान नारेबाजी की गई. उनके साथ धक्कामुक्की की गई और उनको जूते दिखाई गए. इमाम द्वारा हजरतबल दरगाह में ईद की नमाज शुरू कराए जाने से पहले ही अब्दुल्ला को अपने खिलाफ नारेबाजी का सामना करना पड़ा.


विरोध के बीच मस्जिद में अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जिसके चलते फारूक को मजबूरन नमाज स्थल से वापस लौटना पड़ा. आज बकरीद की नमाज से पहले इमाम ने जब बोलना शुरू किया तो फारूक अब्दुल्ला हजरतबल मस्जिद में आए. उनके आने के तुरंत बाद उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू की गई. जो लोग ईद की नमाज पढ़ने के लिए वहां आए हुए थे उन्होंने मांग की कि फारूक अब्दुल्ला वहां से वापस चले जाएं. हालांकि इसके बाद मस्जिद कमेटी के हस्तक्षेप के बाद फारूक अब्दुल्ला ने मस्जिद में नमाज पढ़ी लेकिन वो उपदेश के लिए नहीं रुक पाए.


जैसे ही नमाज खत्म खत्म हुई फारूक अब्दुल्ला को वहां से जाना पड़ा. वहां मौजूद प्रदर्शनकारियों ने 'शेम-शेम' के नारे लगाए और इस दौरान अपने जूते हाथ में ले लिए. दरअसल फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को हुई अटल बिहारी वाजपेयी की सर्वदलीय प्रार्थना सभा में 'भारत माता की जय' के नारे लगाए थे. इसके बाद लोगों में उनके खिलाफ गुस्सा था जिसके चलते आज उनका विरोध किया गया.


आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 35 ए का विरोध हो रहा है जिसके तहत बाहरी लोगों को जम्मू और कश्मीर में बसने का अधिकार मिल जाएगा.