जम्मू कश्मीर: 35ए और 370 पर अटकलों का बाजार गर्म, मस्जिदों का ब्योरा जुटाने वाले पुलिस के आदेश का विरोध
जम्मू कश्मीर को लेकर अटकलों के बीच पुलिस का नया आदेश सामने आया है. श्रीनगर में सभी एसपी से मस्जिदों और उनकी प्रबंध समितियों का ब्योरा मांगा गया है. पुलिस के इस आदेश का विरोध हो रहा है, कश्मीर के ग्रैंड मुफ्ती ने इसे धार्मिक मामलों में दखल बताया है.
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 35A और धारा 370 को हटाने को लेकर अफवाहें शांत नहीं हो रही जबकि केंद्र इससे लगातार इनकार कर रहा है. राज्य के सियासतदानों ने पहले ही चेतावनी दे दी है तो स्थानीय लोगों में भी डर का माहौल नजर आ रहा है. ये पूरा विवाद आपीएस के एक अधिकारी की चिट्ठी से हुआ, जिसने अपने कर्मचारियों को बहुत से निर्देश दिए थे. जैसे आने वाले दिनों में कश्मीर में हालात खराब हो सकते हैं, इसलिए राशन भर लें, गाड़ियों में तेल डलवा लें. मामला तूल पकड़ने के बाद सरकार ने इस अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया है.
वहीं दूसरी ओर कश्मीर में अर्धसैनिक बलों और सेना की 100 अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती भी इन अफवाहों को हवा दे रही है, जिसका मतलब घाटी में करीब 10 हजार जवान और तैनात होंगे. इस आशंका को तब और हवा मिली जब खबर आई कि एनएसए अजीत डोभाल ने 24 जुलाई को कश्मीर का दौरा किया. 25 जुलाई को सेना प्रमुख बिपिन रावत के साथ उनकी मीटिंग भी हुई. इसी वजह से कश्मीर से 35ए और 370 हटने वाली अफवाहें फैली हुई हैं. हालांकि केंद्र सरकार साफ कर चुकी है कि 35A का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. घाटी में फौज की तैनाती के पीछे की वजह 15 अगस्त को बड़े आतंकी हमले का अलर्ट है.
इस सब के बीच श्रीनगर के मदरसों की लिस्ट मांगने के एक आदेश ने भी आग में घी डालने का काम किया है. श्रीनगर पुलिस की तरफ से आदेश जारी किया गया है. कि श्रीनगर के 5 जोनल एसपी अपने इलाके की मस्जिदों और उनकी मैनेजमेंट कमेटियों की लिस्ट मुहैया कराएं, अब इस आदेश पर लोगों में गुस्सा है. स्थानीय मुफ्ती इसे धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप बता रहे हैं. उधर राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार विजय कुमार ने कहा है कि सोशल मीडिया पर चल रहे इस आदेश को कहां से जारी किया गया है, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है.