नई दिल्ली: संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. शनिवार को उत्तर प्रदेश में कई जगह हिंसा की खबरें आईं. कानपुर में भीड़ ने एक पुलिस चौकी में आग लगा दी. रामपुर में भी झड़प देखने को मिली. वहीं बिहार में विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बंद के दौरान बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ हुई और रेल-सड़क यातायात बाधित हुआ.



उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बृहस्पतिवार से हिंसा में अब तक 16 लोग मारे जा चुके हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि हिंसा की वारदात में 263 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें से 57 को गोलियां लगी हैं. इस दौरान 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 4500 हिरासत में हैं.


एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने कानपुर में यतीमखाना पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान जबरदस्त पथराव भी हुआ जिसमें पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए. पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे.


पुलिस के अनुसार कानपुर में हिंसा के बाद समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ वाजपेयी को एहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया गया. उनके वाहन जब्त कर लिये गये.


वहीं रामपुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव में एक व्‍यक्ति की मौत हो गयी. सीएए का विरोध करने के लिये ईदगाह के नजदीक जमा हुई करीब 500 लोगों की भीड़ और पुलिस के बीच संघर्ष हुआ. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसूगैस का इस्‍तेमाल किया.


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जिलाधिकारी आंजनेय सिंह ने बताया कि बलवाइयों ने एक पुलिस वाहन समेत पांच दोपहिया वाहनों और एक कार को आग के हवाले कर दिया. भीड़ में 12 से 18 साल तक के लड़कों ने भी पथराव किया. उन्होंने बताया कि उन्हें इस वारदात में कुछ बाहरी तत्वों के शामिल होने की आशंका है.


चार दिन बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनवर्सिटी के परिसर में शनिवार को फिर विरोध प्रदर्शन हुए. एएमयू के सैंकड़ों शिक्षकेतर कर्मचारियों ने एएमयू शिक्षक संघ के साथ मिलकर प्रदर्शन किया. पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने शुक्रवार बताया कि प्रदर्शनकारियों ने महिलाओं व बच्चों को ढाल बनाया था.


इन जिलों में बंद है इंटरनेट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की. योगी ने शुक्रवार देर रात जारी बयान में पूरे प्रदेश में शांति बहाली की अपील करते हुए कहा कि लोग अफवाहों में न पड़ें और उपद्रवी तत्वों के उकसावे में भी न आएं. लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ, गाजियाबाद, वाराणसी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, बरेली, फिरोजाबाद, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, शामली, संभल, अमरोहा, मउ, आजमगढ और सुल्तानपुर सहित कई बडे शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.


बिहार
बिहार में संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान शनिवार को बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ हुई और रेल एवं सड़क यातायात बाधित रहा. प्रदर्शनकारियों ने भागलपुर, मुजफ्फरपुर और पटना के बाहरी इलाकों में सड़कों पर चल रही टैक्सियों और ऑटो की खिड़कियों के शीशे तोड़ तोड़ दिए और रिक्शों को क्षतिग्रस्त कर दिया. गाड़ी में तोड़फोड़ के मामले में भागलपुर आरजेडी जिला अध्यक्ष तिरुपति नाथ यादव समेत तीन नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है.






दिल्ली में सुरक्षा कड़ी
राष्ट्रीय राजधानी में पुरानी दिल्ली और सीमापुरी के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी थी. दिल्ली पुलिस ने शनिवार सुबह जामा मस्जिद से निकलने पर भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को हिरासत में ले लिया. उन्होंने शुक्रवार को वहां संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रर्शन में हिस्सा लिया था. उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.


दरियागंज हिंसा के संबंध में गिरफ्तार 15 लोगों को दो दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया जबकि सीमापुरी की घटना के सिलसिले में 15 लोग एक पखवाड़े के लिए जेल भेज दिये गये. इंडिया गेट और जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप शनिवार को भी प्रदर्शन हुआ.


असम और पश्चिम बंगाल में स्थिति शांतिपूर्ण रही जबकि मेघालय में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गयी. असम में प्रदर्शनकारियों ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ रैलियां निकालीं.


चेन्नई समेत दक्षिण भारत के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए. चेन्नई में रेलवे स्टेशन पर माकपा कार्यकर्ताओं ने ट्रेनें रोकने की कोशिश की जिसे पुलिस ने विफल कर दिया. केरल में कांग्रेस ने सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया. तमिलनाडु और केरल में कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. पुलिस ने केरल से भाकपा के राज्यसभा सदस्य बिनय विश्वम और पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया जिन्होंने कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए प्रदर्शन किया.


महाराष्ट्र
शोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थन में शनिवार शाम को मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन के बाहर सैकड़ों लोग एकत्रित हुए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए नारे लगाए. सीएए के विरोध में दो दिन पहले अगस्त क्रांति मैदान में आयोजित हुई एक बड़ी रैली के बाद यह रैली हुई. रैली का आयोजन ‘संविधान सम्मान मंच’ संस्था द्वारा किया गया.


मंगलुरू पहुंचे येदियुरप्पा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा मंगलुरू गये और उन्होंने दो व्यक्तियों के परिवारों से भेंट की जो गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में मारे गये थे. येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘सभी चाहते हैं कि कर्फ्यू हट जाए. मैंने अधिकारियों और गृह मंत्री के साथ चर्चा की है और आज अपराह्न तीन से शाम छह बजे तक इसमें ढील दी जाएगी, रात के समय कर्फ्यू जारी रहेगा.’’ मंगलुरु में शनिवार को स्थिति शांतिपूर्ण रही जिसके मद्देनजर कर्फ्यू में ढील दी गई. बेंगलुरू और राज्य के जिन हिस्सों में निषेधाज्ञा लागू थी, वहां भी स्थिति शांतिपूर्ण रही और कोई बड़ा विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ.


1,100 शिक्षाविदों और शोध विशेषज्ञों ने CAA का किया समर्थन


इस बीच संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में भारत और विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के करीब 1,100 शिक्षाविदों और शोध विशेषज्ञों ने शनिवार को एक बयान जारी किया. बयान में हस्ताक्षर करने वालों में राज्यसभा सदस्य स्वप्न दासगुप्ता, आईआईएम शिलांग के प्रमुख शिशिर बजोरिया, नालंदा विश्वविद्यालय की कुलपति सुनैना सिंह, जेएनयू के डीन (एसएलएल और सीएस) ऐनुल हसन, इंस्टीट्यूट ऑफ पीस एंड कन्फ्लिक्ट स्टडीज में सीनियर फेलो अजिभीत अय्यर मित्रा और पत्रकार कंचन गुप्ता शामिल हैं.


शिरोमिण अकाली दल की मांग
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन के बीच बीजेपी के सहयोगी शिरोमिण अकाली दल ने केंद्र से नये कानून में संशोधन कर उसमें मुसलमानों को भी शामिल करने की अपील की और कहा कि धर्म के आधार पर किसी को बाहर नहीं रखा जाना चाहिए.


केंद्र को नए नागरिकता कानून में मुस्लिमों को भी शामिल करना चाहिए- सुखबीर सिंह बादल


बीजेपी चलाएगी अभियान
आलोचनाओं से बेपरवाह बीजेपी ने घोषणा की कि वह विपक्ष के ‘झूठ’ को बेनकाब करने के लिए विशेष संपर्क अभियान चलायेगी और लोगों को इस बात के लिए कानून की बारीकियां बताएगी कि यह वर्तमान नागरिकों के विरूद्ध नहीं है. बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव ने संवाददाताओं से कहा कि बीजेपी अगले दस दिनों में तीन करोड़ परिवारों से संपर्क करेगी, हर जिले में रैली करेगी और देशभर में 250 से अधिक पत्रकार वार्ता करेगी.


जनसंपर्क अभियान के जरिए CAA और NRC को लेकर संशय दूर करेगी बीजेपी


कांग्रेस
सीएए और एनआरसी के विरोध में कांग्रेस ने 23 दिसंबर को पूरे देश में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया है. कांग्रेस शासित राज्यों में यह शांति मार्च मुख्यमंत्रियों की अगुवाई में होगा और जहां कांग्रेस की सरकार नहीं है वहां प्रदेश अध्यक्ष शांति मार्च की अगुवाई करेंगे. दिल्ली में कांग्रेस दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक राजघाट पर विरोध प्रदर्शन करेगी. राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता इस प्रदर्शन में मौजूद रहेंगे.