(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सिख दंगा: राहुल गांधी के बयान का बीजेपी ने किया विरोध, राजीव गांधी को बताया 'फादर ऑफ मॉब लिंचिंग'
लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स में एक सत्र के दौरान जब उनसे सिख विरोधी दंगों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘जब मनमोहन सिंह ने कहा तो वह हम सभी के लिए बोले. जैसा मैंने पहले कहा था कि मैं हिंसा का पीड़ित हूं और मैं समझता हूं कि यह कैसा लगता है.’’
नई दिल्ली: सिख दंगों में कांग्रेस के शामिल नहीं होने वाले राहुल के बयान पर दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा का अनोखा विरोध किया. बग्गा ने कई इलाकों में काले रंग के पोस्टर लगाए. पोस्टर में राजीव गांधी को फादर ऑफ मॉब लिंचिंग बताया. बग्गा ने पोस्टर्स को अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया.
Yes Rajiv Gandhi is Father of Mob Lynching pic.twitter.com/8OAw7vOn2X
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) August 27, 2018
राहुल गांधी ने सिख दंगों पर क्या कहा था? कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों को ‘‘बेहद दुखद त्रासदी’’ बताया और कहा कि वह किसी के भी खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा में शामिल लोगों को सजा देने का ‘‘100 फीसदी’’ समर्थन करते हैं. इसके साथ ही राहुल गांधी ने इसमें कांग्रेस की भूमिका से इनकार कर दिया.
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे मन में उसके बारे में कोई भ्रम नहीं है. यह एक त्रासदी थी, यह एक दुखद अनुभव था. आप कहते हैं कि उसमें कांग्रेस पार्टी शामिल थी, मैं इससे सहमति नहीं रखता. निश्चित तौर पर हिंसा हुई थी, निश्चित तौर पर वह त्रासदी थी.’’
बाद में प्रतिष्ठित लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स में एक सत्र के दौरान जब उनसे सिख विरोधी दंगों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘जब मनमोहन सिंह ने कहा तो वह हम सभी के लिए बोले. जैसा मैंने पहले कहा था कि मैं हिंसा का पीड़ित हूं और मैं समझता हूं कि यह कैसा लगता है.’’
विपक्ष को कार्यक्रम में बुलाएगा आरएसएस सितंबर में 'भविष्य का भारत' कार्यक्रम में आरएसएस अलग अलग दलों को बुलाएगा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बुलाने पर स्थिति साफ नहीं है. राहुल गांधी को बुलाने के सावल पर आरएसएस की ओर से कहा गया कि ये हमारा अधिकार है कि हम किसे बुलाएं और किसे ना बुलाएं. याद दिला दें कि इससे पहले आरएसएस ने अपने मुख्यालय में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भी न्योता दिया था.