पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में ब्रू शरणार्थियों को स्थायी तौर पर बसाने की योजना का काफी विरोध किया जा रहा है. ब्रू शरणार्थियों को त्रिपुरा में बसाने की सरकार की योजना के खिलाफ स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं.


ताजा घटनाक्रम में त्रिपुरा के उत्तर त्रिपुरा जिले के डोलुबरी गांव में मिजोरम से ब्रू शरणार्थियों के पुनर्वास के खिलाफ स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान मौके पर भारी पुलिसबल की भी तैनाती की गई. पुलिस फोर्स ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को वहां से हटाने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे हैं.





ब्रू शरणार्थियों को बसाने के मुद्दे को लेकर डोलुबरी गांव में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया. प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने उत्तर त्रिपुरा जिले के डोलुबरी गांव में वाहनों में भी आग लगा दी. जिससे काफी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा गांव में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को भी जाम कर दिया.


क्या है मामला?
बता दें कि ब्रू जनजाति का विवाद दशकों पुराना है. इस समुदाय के लोग पड़ोसी राज्य मिजोरम के रहने वाले हैं. वहीं ब्रू-रियांग और बहुसंख्यक मिजो समुदाय के बीच 1996 में सांप्रदायिक दंगा हुआ, जिसके कारण इनका पलायन हुआ. इसके बाद मिजोरम में हिंसक झड़पों के बाद ब्रू समुदाय के लोग त्रिपुरा के शरणार्थी शिविरों में चले गए.





काफी सालों से ब्रू समुदाय के लोग त्रिपुरा के शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं. हालांकि अब इस समुदाय के लोगों को स्थायी तौर पर त्रिपुरा में बसाए जाने की योजना पर काम चल रहा है, जिसका त्रिपुरा के कुछ संगठन ब्रू शरणार्थियों को स्थायी तौर पर बसाने का विरोध कर रहे हैं.