Protest On Agnipath Scheme: सेना में भर्ती को केन्द्र सरकार की तरफ से लाई गई अग्निपथ स्कीम के विरोध में देशभर में उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है. इसके खिलाफ जहां बिहार में पथराव हुआ और ट्रेन में आगजनी हुई है तो वहीं देश के बाकी राज्यों में यह जोरदार इसका विरोध किया जा रहा है. दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड में लोग इसके खिलाफ सड़कों पर आ गए हैं. अग्निपथ स्कीम का सबसे ज्यादा विरोध बिहार में ही देखा जा रहा है. एक दिन पहले बुधवार को यहां के मुजफ्फरपुर और बक्सर में भारी प्रदर्शन हुआ था. प्रदर्शन के चलते जहां ट्रेनों की आवाजाही रोकनी पड़ी तो वहीं दूसरी तरफ नेशनल हाइवे को भी जाम कर दिया गया.


बिहार में भारी विरोध


कैमूर भभुआ रोड रेलवे स्टेशन पर आर्मी की तैयारी कर रहे जवानों ने इंटरसिटी एक्सप्रेस को आग के हवाले कर दिया. स्टेशन प्लेटफार्म पर किया तोड़फोड़ रेल पटरी पर आगजनी कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आरा स्टेशन पर पथराव 2 नम्बर प्लेटफार्म पर यात्रिओ की बीच भगदड़ हुई. जबकि, बक्सर में उग्र छात्रों ने डुमराव रेलवे स्टेशन पर की आगजनी, सुविधा एक्सप्रेस के एसी बोगी के शीशे को तोड़े. नवादा में सेना में 4 साल वाली नौकरी वाले नियम के विरोध में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों में जबरदस्त आक्रोश है. उन लोगों ने गुरुवार को केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी प्रजातंत्र चौक पर जमकर हंगामा किया.


जहानाबाद में रोकी गईं ट्रेनें


इधर, बिहार के जहानाबाद में भी अग्निपथ स्कीम को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. सेना की नई भर्ती स्कीम के विरोध में जहानाबाद में छात्रों ने रोकी ट्रेन और  सड़क पर टायर जला  काको मोड़  के नजदीक प्रदर्शन किया. सेना की नई भर्ती स्कीम के विरोध में गुरुवार की अहले सुबह बिहार के जहानाबाद में छात्रों ने ट्रेन और वाहनों को रोक जमकर  प्रदर्शन  किया. छात्रों ने जहानाबाद स्टेशन पर ट्रेन को रोक अपने गुस्से का इजहार किया. साथ ही काको मोड़ के समीप टायर जला एनएच-83 और 110 को भी जाम कर दिया. छात्रों ने केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की.






दरअसल में केंद्र सरकार ने सेना की तीनो शाखाओं वायु सेना ,नौसेना, थल सेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की शुरू की है. इस योजना के तहत सेना में युवाओं को 4 साल की डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी. इसी योजना के विरोध में सेना भर्ती के अभ्यर्थियों ने केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने बताया की दौड़ और मेडिकल निकल चुका है, अब ऐसे में 4 साल की सेवा कर दी जाती है. इन छात्रों ने बिहार सरकार व केंद्र सरकार से मांग की है 16 साल की सेवा बहाल की जाय. छात्रों का कहना है हमलोग इतनी मेहनत से तैयारी कर रहे है और सरकार किस नीति के तहत हम लोगों को चार साल की नौकरी दे रही है. बाकी के समय हमलोग क्या करेंगे. अपने परिजनों की देखभाल कैसे करेंगे?


मुजफ्फरपुर और बक्सर में भी बवाल


इससे पहले, मुजफ्फरपुर में सड़क पर आगजनी तो बक्सर में रेलवे ट्रैक पर चढ़कर प्रदर्शन किया गया. बक्सर में युवाओं ने ट्रेन पर पत्थर फेंके तो मुजफ्फरपुर में सड़कों पर उतर आए. युवाओं ने मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के पास चक्कर चौक पर हंगामा किया. इसके अलावा चक्कर मैदान के पास गोबरसही चौक पर भी प्रदर्शन किया. जबकि बक्सर में रेलवे ट्रैक पर हंगामा के दौरान काशी पटना एक्सप्रेस को अभ्यर्थियों ने करीब 10 मिनट तक रोक दिया. रेलवे ट्रैक पर छात्रों का हंगामा देख रेल सुरक्षा बल और रेल थाना समेत रेल प्रबंधन की टीम ट्रैक खाली कराने के लिए पहुंची. अभ्यर्थियों को समझाया गया. इसके बाद जाकर वे रेलवे ट्रैक से हटे.


राजस्थान में भी विरोध


इधर, केन्द्र सरकार की सेना में अग्निपथ स्कीम का राजस्थान में भी विरोध किया जा रहा है. भारी संख्या में युवाओं ने जयपुर के कलवर रोड पर इकट्ठा होकर इसे वापस लेने को लेकर नारेबाजी की. सांसद हनुमान बेनिवाल ने भई केन्द्र से इस स्कीम की वापसी की मांग की है. युवाओं ने जयपुर-दिल्ली हाईवे (NH-8) जाम कर दिया. सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवा बुधवार को बड़ी संख्या में कालावड क्षेत्र में जुटे. युवाओं के प्रदर्शन के चलते दिल्ली-अजमेर हाईवे पर भी जाम लग गया. एक घंटे से भी ज्यादा देर तक प्रदर्शनकारी हाईवे पर जमे रहे. हाईवे के दोनों तरफ करीब चार किलोमीटर तक जाम लग गया. राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. बाद में पुलिस ने युवाओं को समझाकर मामला शांत कराया. युवाओं ने मांग की कि केंद्र सरकार इस स्कीम को वापस ले.


थाना अधिकारी बनवारी लाल मीणा ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम वहां पर पहुंच गई और युवाओं से समझाइश की गई. ये सभी वे युवा थे जो सेना भर्ती की तैयारी कर रहे थे. युवाओं ने बुधवार दोपहर करीब 3 बजे हाईवे जाम कर दिया था. युवा 'अग्निपथ' के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. शांति भंग के आरोप में 10 युवाओं को हिरासत में लिया गया और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.


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