जम्मू: धारा 370 और अनुछेद 35 A की दोबारा बहाली को लेकर कश्मीर केंद्रित राजनीतिक दल जहां गुप्कार घोषणा को लेकर लामबंद हो रहे हैं वहीं जम्मू में इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे है. जम्मू में इस घोषणा को धोखा बताते हुए लोगो ने प्रदर्शन किया.



हाथों में गुप्कार घोषणा के खिलाफ नारे और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के पोस्टर लिए डोगरा फ्रेंड के कार्यकर्ताओं ने जम्मू में गुप्कार डिक्लेरेशन के खिलाफ प्रदर्शन किया. जम्मू में प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कश्मीर के राजनीतिक दल अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन को दोबारा तलाशने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं. और गुप्कार डिक्लेरेशन जैसी तरकीबें लड़ा रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे डोगरा फंड का आरोप है कि एक समय में फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस और महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोलते थे लेकिन अब जबकि कश्मीर में दोनों को अपनी राजनीतिक जमीन खिसकती नजर आ रही हैं ऐसे में अब दोनों इकट्ठा होकर लोगों को धोखा देने के लिए गुप्कार घोषणा लेकर आए हैं.



आपको बता दे की पीडीपी अध्यक्ष मेहबूबा मुफ़्ती को 14 महीने की हिरासत के बाद मंगलवार को छोड़ा गया.जिसके बाद  फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की थी.पीडीपी समेत अन्य दलों की मांग है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दे और अनुच्छेद 370 के फैसले पर पुनर्विचार करे. केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले साल पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटा दिया था और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था.