NEET-PG काउंसलिंग में देरी को लेकर विभिन्न अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने सफदरजंग अस्पताल से मार्च निकाला. बार-बार नीट की परीक्षा में देरी के लिए डॉक्टर सुप्रीम कोर्ट तक प्रदर्शन करना चाह रहे थे, हालांकि पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया. पुलिस ने इस दौरान प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. पुलिस की कार्रवाई पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कोरोना के समय में इन युवा डॉक्टरों ने अपनों से दूर रहकर पूरे देश के नागरिकों का साथ दिया.
अब समय है पूरा देश डॉक्टरों के साथ खड़े होकर इन पर पुलिस बल प्रयोग करने वाले व इनकी मांगों को अनसुना करने वाले नरेंद्र मोदी जी को नींद से जगाए. प्रियंका गांधी ने कहा कि डॉक्टरों को झूठा PR नहीं, सम्मान और हक चाहिए.
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस के जरिए बर्बरता का दावा किया. FORDA ने चिकित्सा बिरादरी के इतिहास में काला दिन कहा. FORDA ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की और घोषणा की कि आज से सभी स्वास्थ्य संस्थान पूरी तरह से बंद रहेंगे.
वहीं एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम नीट 2021 काउंसलिंग में देरी का विरोध कर रहे थे, उसी वक्त दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट तक मार्च कर रहे कई रेजिडेंट डॉक्टरों को हिरासत में लिया.
क्या है मामला?
देश भर के रेजिडेंट डॉक्टर 27 नवंबर से NEET-PG काउंसलिंग 2021 के कई बार स्थगित किए जाने का विरोध कर रहे हैं. 6 दिसंबर को आरडीए ने इमरजेंसी सेवाओं को भी स्थगित किया था. स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले आश्वासन के बाद एक सप्ताह के लिए आंदोलन को स्थगित कर दिया गया था.