नई दिल्ली: दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले 8 महीने से जारी किसानों का आंदोलन आज बॉर्डर से संसद के पास तक पहुंच गया है. आज से किसानों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर अपना आंदोलन शुरू किया है. संसद के मानसून सत्र के दौरान चलने वाले इस आंदोलन में रोज़ाना 200 किसानों को शामिल होने की इजाज़त दी गई है.


सड़क से संसद तक प्रदर्शन


एक तरफ़ जहां किसान जंतर मंतर पर आंदोलन कर रहे हैं, वहीं संसद परिसर में विपक्ष ने किसानों के समर्थन में हंगामा किया. संसद के भीतर विपक्ष के सांसदों ने किसानों के समर्थन में हंगामा किया. वहीं संसद परिसर में कांग्रेस के सांसदों ने कृषि क़ानूनों को वापस लेने की मांग की...इस प्रदर्शन में राहुल गांधी भी शामिल हुए.


दौरान सुरक्षा के सख़्त बंदोबस्त किए गए


संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आयोजित किसान संसद के दौरान सुरक्षा के सख़्त बंदोबस्त किए गए हैं. मीडिया को भी अंदर जाने की इजाज़त नहीं दी गई है. आंदोलन पर बैठे किसानों ने एक बार फिर सरकार से कृषि क़ानूनों को रद्द करने की मांग की है. वहीं सरकार ने कहा है कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं.


किसानों से वादाख़िलाफ़ी कर रही है सरकार- शिवसेना


शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने आरोप लगाया है कि सरकार किसानों से वादाख़िलाफ़ी कर रही है, इसलिए किसान प्रदर्शन के लिए मजबूर हैं. कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के मुद्दे पर चर्चा से भाग रही है.


सरकार बातचीत के लिए तैयार- बीजेपी


बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है लेकिन किसान ज़िद पर अड़े हुए हैं.


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