राजधानी दिल्ली आने की जिद पर अड़े प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली-हरियाणा के बीच सिंधू बॉर्डर पर जमकर बवाल किया. यहां पर इन किसानों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की. हालांकि, इस बीच आंसू गैस के गोले भी दागे गए. इधर, प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली आने की इजाजत दे दी गई है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों को राष्ट्रीय राजधानी आने दिया जाएगा. उन्हें उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में स्थित निरंकारी समागम ग्राउंड में प्रदर्शन की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों से व्यवस्था बहाल रखने और शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील की है.
इधर, दिल्ली पुलिस की तरफ से प्रदर्शनकारी किसानों को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आने की इजाजत देने के फैसले का पंजाब के मुख्यमंत्री ने स्वागत किया है. अमरिंदर सिंह ने कहा कि कि वह केन्द्र के फैसला का स्वागत करते हैं, जिसमें किसानों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार के तहत प्रद्रशन की इजाजत दी गई है. अमरिंदर सिंह ने आगे कहा कि उन्हें कृषि कानूनों पर फौरन किसानों से बात शुरू कर देनी चाहिए और उनकी समस्या का समाधान करना चाहिए.
इससे पहले, हरियाणा, यूपी और पंजाब से आ रहे इन किसानों के लिए दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल सरकार ने राजधानी के 9 स्टेडियमों को अस्थाई जेल में बदलने की मांग की थी, जिसे दिल्ली सरकार ठुकरा दिया. दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की ओर से एक बयान जारी किया गया. इस बयान में उन्होंने कहा है कि किसानों की मांग जायज है और उनका प्रदर्शन अहिंसक तरीके से हो रहा है. ये किसान इस साल सितंबर में पास हुए तीन कृषि संबंधी कानूनों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
इधर, टिकरी बॉर्डर तक पहुंचे एक किसान ने कहा, दिल्ली पुलिस ने किसानों पर दिल्ली में घुसने और प्रदर्शन की इजाजत दे दी है. हमने अपने रास्तों मे 10 बैरिकेड्स पार किए हैं. हम प्रशासन को धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने प्रदर्शन की इजाजत दे दी है. हम खुश हैं और सिर्फ शांतिपूर्वक मुद्दे का समाधान चाहते हैं.
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