Vandialism In Indian High Commission: खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पर हुए एक्शन को लेकर दुनिया के चार देशों में उसके समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं. खालिस्तानी समर्थकों ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में सोमवार (20 मार्च) को तोड़फोड़ की. इसको लेकर भारत ने दिल्ली में वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक अधिकारी को समन कर उनके सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है.


अमेरिकी प्रभारी एलिजाबेथ जोन्स के साथ बैठक के दौरान, विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी सरकार को भारतीय राजनयिकों के साथ बैठक के दौरान उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने की याद दिलाई है और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने को कहा है. 


क्या बोला भारत का विदेश मंत्रालय?
विदेश मंत्रालय ने कहा, वाशिंगटन में भारतीय दूतावास ने इसी तर्ज पर अमेरिकी विदेश विभाग को अपनी चिंताओं से अवगत कराते हुए उसके राजनयिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने को कहा है.


क्या बोला अमेरिकी विदेश मंत्रालय?
भारत के विरोध के बाद, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, यूएसए भारतीय वाणिज्य विभाग के दूतावास पर हमले की निंदा करता है. उन्होंने कहा, हम भारत के राजनयिकों, और उनके अधिकारियों को आश्वस्त करना चाहेंगे कि हम उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. 


लंदन में पुलिस ने गिरफ्तार किया एक शख्स
ब्रिटेन में एक दिन पहले खालिस्तान समर्थकों के उपद्रव मचाने के बाद भारतीय उच्चायोग के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और स्कॉटलैंड यार्ड ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. भारत ने ब्रिटेन से इस हमले में शामिल लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है. 


गौरतलब है कि खालिस्तानी झंडे लहराते और खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के ऊपर फहराए गए तिरंगे को रविवार शाम उतारने का प्रयास किया था. घटना के बाद हिंसक उपद्रव के संबंध में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया.


Kharge Attacks: मेरा 'रिमोट कंट्रोल' किसी और के पास, लेकिन नड्डा के बारे में क्या? खरगे का PM मोदी पर पलटवार