Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान सरकार (Rajasthan Govt) में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) ने राज्य में कांग्रेस (Congress) के भीतर गहलोत और पायलट गुटों के बीच मची कथित लड़ाई को लेकर बयान दिया है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) की तैयारियों का जायजा लेने के लिए एआईसीसी (AICC) के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपल (KC Venugapal) के राजस्थान आने पर सब ठीक हो जाएगा. खाचरियावास ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के भीतर युद्धविराम (Ceasefire) हो जाएगा. उन्होंने सभी पार्टियों में कुर्सी के लिए प्रतिस्पर्धा होने की बात भी कही.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, ''वेणुगोपाल 29 नवंबर को राजस्थान आ रहे हैं. कांग्रेस देश की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी है. कुर्सी के लिए हर एक पार्टी में कॉम्पटीशन होता है. कांग्रेस के अंदर युद्धविराम हो जाएगा.''
किस गुट में शामिल हैं खाचरियावास?
खाचरियावास गहलोट गुट के नेता और सीएम के बेहद करीबी बताए जाते हैं. सचिन पायलट को सीएम बनाने के प्रस्ताव पर 25 सितंबर को विधायक शांति धारीवाल के घर बैठक करने के बाद गहलोत गुट के 80 से ज्यादा विधायकों ने बगावत कर दी थी. बताया जाता है कि उस समय विधायकों को इस्तीफे के लिए स्पीकर सीपी जोशी के घर ले जाने वालों में खाचरियावास भी शामिल थे.
सीएम गहलोत के 'गद्दार' वाले बयान पर धमासान!
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पार्टी के ही नेता सचिन पायलट को 'गद्दार' कहे जाने वाले बयान पर कांग्रेस पार्टी के भीतर असहजता की स्थिति बन गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की ओर से मामले को लेकर स्पष्ट बयान नहीं आया है. कांग्रेस नेता सीएम गहलोत और सचिन पायलट को लेकर सधे हुए बयान दे रहे हैं.
जयराम रमेश क्या बोले?
इससे पहले शुक्रवार (25 नवंबर) को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सीएम गहलोत का बचाव यह कहते हुए किया था कि वह (गहलोत) एक अनुभवी नेता है. रमेश ने कहा था कि कांग्रेस को अनुभवी अशोक गहलोत और युवा-ऊर्जावान सचिन पायलट, दोनों की जरूरत है. हालांकि, रमेश ने यह जरूर कहा था कि गद्दार वाला बयान उनके लिए (रमेश) भी अप्रत्याशित था.
बता दें कि दिसंबर के पहले हफ्ते में राजस्थान में कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू होनी है. सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही यात्रा के राजस्थान में पहुंचने पर पार्टी किसी तरह का अंदरूनी विवाद नहीं चाहती है, इसलिए तैयारियों का जायदा लेने के लिए केसी वेणुगोपाल को 29 नवंबर को राजस्थान पहुंच रहे हैं.
यह भी पढ़ें- ABP C Voter Survey: राहुल गांधी की तुलना सद्दाम हुसैन से करना सही या गलत? सर्वे में सामने आया शॉकिंग रिएक्शन